राजस्थान सिन्धी अकादमी एवं पूज्य सिन्धी सेन्ट्रल पंचायत अजमेर
द्वारा आयोजित नृत्य एवं संगीत प्रतियोगिता
सिन्धी गीत, संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता सम्पन्न
जयपुर, 8 अगस्त (वि0)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा सिन्धी सैन्ट्रल महासमिति, अजमेर के सहयोग से सन्त कंवरराम उ0मा0वि0, आशा गंज, अजमेर में 6 अगस्त, 2011 को सायं 4.00 से 7.00 बजे तक जिला स्तरीय सिन्धी गीत, संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता का शुभारम्भ भगवान श्री झूलेलाल जी की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्र्यापण तथा सरस्वती वंदना से हुआ। अकादमी अध्यक्ष श्री प्रकाश टेकवाणी ने अपने उद्बोधन में प्रतियोगिता के आयोजन पर प्रकाश डालते हुये कहा कि आज का युवा वर्ग अपनी मातृभाषा एवं संस्कृति से विमुख होता जा रहा है, उक्त प्रतियोगिता में उच्च प्राथमिक स्तर से लेकर महाविद्यालय स्तर तक के विद्यार्थियों को भागीदार बनाया गया है, जो अपनी प्राचीन एवं समृद्ध सिन्धी संस्कृति से आमजन को रूबरू करायेंगे। यह प्रतियोगिता निश्चित रूप से भावी पीढ़ी को अपनी बोली एवं संस्कृति को अक्षुण बनाये रखने में सहायक सिद्ध होगी।
अकादमी की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुये उन्होंने कहा कि संघ लोकसेवा आयोग/राजस्थान लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा/राजस्थान प्रषासनिक सेवाओं की परीक्षाओं में सिन्धी विषय लेने वाले अभ्यार्थियों हेतु सिन्धी विषय की पुस्तकें अकादमी में उपलब्ध करवा दी गई हैं तथा अभ्यार्थियों को संत कंवरराम स्कूल, अजमेर में डा0कमला गोकलाणी द्वारा निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अकादमी की त्रैमासिक समाचारिका ’’सिन्धुदूत’’ का नियमित प्रकाशन प्रारम्भ किये जाने के साथ-साथ अकादमी की वार्षिक पत्रिका ’रिहाण’ के प्रकाशन की प्रक्रिया भी प्रारम्भ कर दी गई है। अकादमी की वेबसाईट नियमित रूप से अपडेट की जा रही है तथा वेबसाईट पर अकादमी की गतिविधियों, भावी योजनाओं तथा प्रकाशनों की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।
सिन्धी सैन्ट्रल महासमिति, अजमेर के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक श्री नरेन शाहनी ’भगत’ ने उद्बोधन में अकादमी द्वारा सिन्धी भाषा एवं संस्कृति के विकास हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुये अकादमी के कार्यक्रमों में हर-संभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अकादमी द्वारा पहली बार इस प्रकार की प्रतियोगिता का आयोजन विद्यार्थियों में अपनी संस्कृति के प्रति रूचि जागृत करने में अहम भूमिका निभायेगी।
प्रतियोगिता गायन, नृत्य एवं वादन में एकल एवं युगल में आयोजित की गई। प्रतियोगिता के एकल गायन के प्रथम वर्ग (कक्षा 6 से 8 वीं) में कु0नेहा प्रथम एवं भरत राजाणी द्वितीय रहे। द्वितीय वर्ग (कक्षा 9 से 12 वीं) में पूनम नवलानी प्रथम, जय भेरवाणी द्वितीय एवं अंजू ठकुर तृतीय रहे। इसी प्रकार समूह गायन में कु. मनीषा भागचंदाणी प्रथम एवं दीपा भागवानी द्वितीय रहे। एकल नृत्य में कु. खुशबू शर्मा प्रथम, लता मोतियानी द्वितीय एवं वर्षा दिलीप कुमार तृतीय स्थान पर रहे। समूह नृत्य में कु. रेशमा बाबाणी एवं साथी प्रथम, कु.मनीषा भागचंदाणी एवं साथी द्वितीय तथा दिनेश गोहराणी एवं साथी तृतीय स्थान पर रहे। कु. नीलम नारवाणी, कु. परमेष्वरी, दिनेश शर्मा, कु.गायत्री श्रीप्रकाश, कु.कविता भागवाणी एवं कु. दिव्या आलवाणी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किये गये।
विजेताओं को अकादमी की ओर से पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। प्रतिभागियों ने प्रतियोगिता में अपनी-अपनी श्रेष्ठ प्रस्तुतियां दी तथा दर्षकों का खूब मनोरंजन किया। प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल में सिन्धी के सुप्रसिद्ध गायक एवं कलाकार श्री मिर्चूमल सोनी, श्रीमती कौशल्या कुंदनाणी एवं श्री मोहन सागर थे।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्री नवलराय बचाणी, आयुक्त नगर निगम जयपुर श्री किशोर कुमार, पुलिस उप अधीक्षक श्री विष्णु सामताणी, अकादमी के पूर्व सदस्य श्री सुरेश बबलाणी, पार्षद खेमचंद नारवाणी, पार्षद रश्मि हिंगोरानी, एम.टी.भाटिया, प्रकाश जेठरा, शंकर टिलवाणी, हरिकिशन टेकचंदाणी, नरेन्द्र बसराणी, राम मटाई, उत्तम गुरूबक्षाणी, खुषीराम ईसराणी, विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य/षिक्षक एवं कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन अकादमी के पूर्व संभाग प्रभारी श्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने किया। इस अवसर पर अकादमी की त्रैमासिक पत्रिका ’सिन्धुदूत’ का भी विमोचन किया गया। अन्त में अकादमी सचिव ने सभी आगन्तुकों का हार्दिक आभार प्रकट किया।
(दीपचन्द तनवाणी)
सचिव
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