Friday, 19 August 2011

राजस्‍थान में २१ स्‍थानों पर सिन्‍ध स्‍मृति दिवस कार्यक्रम


सिन्ध के बिना हिन्द अधूरा है - लेखराज माधू
भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान द्वारा सिन्ध स्मृति दिवस का आयोजन

भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान द्वारा सम्पूर्ण राजस्थान में 14 अगस्त को सिन्ध स्मृति दिवस का आयोजन किया गया । इसी दिन 1947 में अखण्ड भारत का एक और विभाजन  हुआ  और सिन्ध प्रान्त भी भारत से अलग हो गया । वहां बसे सिन्धी बन्धुओं को शरणार्थी बन धर्म रक्षार्थ सम्पूर्ण भारत में बसने के लिये विवश होना पडा । 

सिन्धी बन्धुओं को सिन्ध की स्मृति बनी रहे, नई पीढी के युवाओं को अपनी प्यारी सिन्ध की स्मृति को बनाए रखने के उद्देश्य से भारतीय सिन्धु सभा द्वारा सम्पूर्ण देश  भर में 14 अगस्त को अखण्ड भारत एवं सिन्ध स्मृति दिवस के रूप में मनाने का निष्चय किया गया है ।

इस बार राजस्थान में सिन्धु सभा द्वारा निरन्तर आग्रह के परिणाम स्वरूप प्रान्त के 21 स्थानों पर सिन्ध स्मृति दिवस का आयोजन किया गया । इन स्मृति कार्यक्रमों में बड़ी संख्या सिन्धी बन्धुओं के अलावा स्थानीय बन्धुओं ने भी पूरे सम्मान के साथ भाग लिया । राजस्थान के निम्न स्थानों पर सिन्ध स्मृति कार्यक्रमों का आयोजन किया गया: जयपुर, जोधपुर, पाली आबूरोड, उदयपुर, बांसवाडा, ब्यावर, अजमेर, कोटा, भीलवाडा, झालावाड, किषनगढ, खेरथल, मुण्डावर, किषनगढबास, बीकानेर, सूरतगढ,, बालोतरा, नोहर, हनुूमानगढ एवं सोजत ।
उल्लेखनीय हैं कि हाल ही में भारतीय सिन्धु सभा द्वारा अपनी युवा ईकाई का गठन राज्य स्तर पर किया गया है । जोधपुर में युवा ईकाई द्वारा इस अवसर पर सिन्ध की सांस्कृतिक स्मृति को चिरंजीवी बनाने के लिये एक चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इस चित्र प्रदर्शनी में सिन्ध के ऐतिहासिक स्थल, सिन्ध का मानचित्र, सिन्ध के सन्त एवं वेशभूषा की जानकारी प्रदान कराई गई थी । जोधपुर के कार्यक्रम में यह आकर्षण का केन्द्र बन गई ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीमा जनजागरण के अखिल भारतीय संगठन मन्त्री श्री राकेश  कुमार ने विश्वास दिलाया कि शीघ्र ही सिन्ध पुनः अखण्ड भारत का हिस्सा बनेगी । और ऐसा हम अपनी आंखों से देखेंगें । उन्होने सिन्ध स्मृति कार्यकमों केा समय की आवष्यकता बताते हुए सिन्धु सभा का इसके लिये आभार व्यक्त किया ।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सिन्धु सभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री लेखराज माधू ने सिन्ध के गौरवमयी इतिहास की चर्चा करते हुए सिन्धी बन्धुओं को इसकी स्मृति को दिल में संजोते हुए विश्वास दिलाया कि सिन्ध पुनः अखण्ड भारत का हिस्सा बनेगी । अजमेर के कार्यक्रम को राष्टीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त कार्यवाह श्रीमान हनुमानसिंह जी ने सम्बोधित किया । जयपुर  में मुख्य अतिथि वासुदेव देवनानी एवं मुख्य वक्ता भारतीय षिक्षण मण्डल के राष्टीय अध्यक्ष श्री मोहनलाल छीपा थे ।बीकानेर के कार्यक्रम में सिन्धु सभा के प्रान्तीय संगठन मन्त्री श्री मोहनलाल वाधवानी मुख्य वक्ता थे । 

लगभग सभी स्थानों पर कार्यक्रम को सिन्ध माता की पूजा, सिन्धी बालकों द्वारा सिन्धी देश भक्ति गीत, सांस्कृतिक माध्यमों सिन्ध पर गोष्ठियों आदि का आयोजन किया गया ।

शंकर मंघनानी
प्र्रदेशप्रचार मन्त्री, भारतीय सिन्धु सभा, राजस्थान



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