Friday, 30 September 2011


पूजनीय श्री महन्त बाबा मनोहरदास साहिब का ७७ वां प्राकट्य महोत्सव


श्रीगणेशाय नमः                                         श्री श्री श्री चन्द्राय नमः



श्री ईश्‍वर मनोहर उदासीन आश्रम
बाबा ईसरदास कॅालानी  अजय नगर अजमेर


अजमेर – ३०  सितम्बर  - पूजनीय श्री महन्त बाबा मनोहरदास साहिब का ७७ वां प्राकट्य महोत्सव (जन्म दिन ) तीन दिवसीय  आगामी १८ १९ व २०  अक्टूबर २०११  को  श्री ईश्‍वर मनोहर उदासीन आश्रम अजय नगर में आयोजित किया जायेगा ।
        मन्दिर के महन्त स्वरूपदास  ने जानकारी देते बताया कि १८  अक्टूबर को नितनेम व अखण्ड पाठ साहिब का आरम्भ किया जायेगा एवं शाम  को सत्संग प्रवचन किये जायेगें । १९  अक्टूबर को नितनेम  संतस्सग प्रवचन व सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा २० अक्टूबर को झण्डा साहिब धर्म ध्वजा अखण्ड पाठ साहिब का भोग प्रसाद व आम भण्डारा का आयोजन किया गया है ।  
        महोत्सव  में देश विदेश  से भक्तगण व श्रद्धालु पधार रहे हैं । इस अवसर पर मन्दिर की विषेश साज सज्जा की गई एवं विद्युत सजावट भी की गई है ।

                                               आज्ञा से स्वामी जी
9414259513

Tuesday, 27 September 2011

संत हिरदा राम के जीवन पर नाटक



नवयुवक कला मण्ड़ल, बीकानेर
संत हिरदा राम के जीवन पर नाटक  श्किरपा करे करतार का मचंन हुआ।

बीकानेर 27 सितम्बर 2011। साधु वासवानी सेंटर के तत्वाधान में नवयुवक कलामण्डल बीकानेर की ओर से गत 18 सितम्बर को रथखाना काॅलोनी स्थिति सिध्ंाी धर्मशाला में सतं हिरदाराम के जीवन पर आधारित नाटक श्किरपा करे करतारश् का मचंन वरिष्ठ रंगकर्मी सुरेश हिन्दुस्तानी  के निर्देशन में किया गया। ध्वनी एवं प्रकाश तकनीत पर आधारित 1 घण्टे की इस नाटय प्रस्तुति में संत हिरदाराम के जीवन के प्रमुख प्रसंगो को दिखाया गया। नाटक में नानक हिन्दुस्तानी, लक्ष्मण चन्दाणी, संदीप खत्री, फणीश्वर खत्री, जय किशन केशवानी, काजल खत्री, रितेश रम्माणी, करण रामनानी, जितेन्द्र भम्माणी, जय खत्री, चन्द्र प्रकाश वाधवानी, जय प्रकाश केशवानी, अमित लोकवानी, निखिल रम्माणी, आदित्य चंदानी आदि ने प्रभावी अभिनय किया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खेमचंद मूलचंदाणी थे तथा अध्यक्षता आसनदास तुलसयानी ने की। निर्माण प्रबन्धक हरीश बालाणी ने बताया कि इस नाटक के आगे भी अनेक मचंन किऐ जाऐगें।

          सुरेश हिन्दुस्तानी

Wednesday, 14 September 2011

सिन्ध मे अब हिन्दुस्तानी नही बल्कि चीनी भाषा पढ़ना जरूरी है


                      सिन्ध मे अब हिन्दुस्तानी नही बल्कि चीनी भाषा पढ़ना  जरूरी है 
FOR INFORMATION.....
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सरकार के लिए चीनी भाषा से 2013 स्कूलों में एक अनिवार्य विषय बनाने का फैसला किया है,
 
By now it is a known fact that Chinese have got more and more bolder thanks to 2 important factors. Lack of strategy by Indian Government to counter Chinese incursions not just into Tibet but also into PoK with the help of Pakistan government, which has shifted allegiance towards China after US stopped financial aid to Pakistan.

This recent report shows how far their relationship has grown.

http://www.ndtv.com/article/world/chinese-to-be-made-compulsory-in-sindh-schools-131404

Islamabad:  The government in Pakistan's Sindh province has decided to make the Chinese language a compulsory subject in schools from 2013, sparking a debate in the educational and political circles over the reasons behind such a move.

The decision was taken at a high level meeting yesterday presided over by Chief Minister of Sindh province Qaim Ali Shah, an official statement said.

According to the announcement, Chinese will be a compulsory subject from class six in all educational institutions, including the Cadet college of Petaro from the 2013 session.

Sindh Education Minister Pir Mazhar-ul-Haq said the decision was taken keeping in mind the close ties with China and its growing role as a economic giant in the world.

"Our trade, educational and other relations are growing with China everyday and now it is necessary for our younger generation to have command over their language," Mazhar said.

He pointed out that this move would reap benefits in the longer run for Pakistan.

The move drew a mixed reaction in education circles, although the Vice Chancellor of the Karachi University Dr Peerzada Qasim supported the decision.

"China is not only a very close friend of Pakistan but also a major player in the global economy whose role will further strengthen in the future," he said.

But many termed it as a political decision and said that educational institutions lacked qualified teachers in the Chinese language and also the resources to implement the course.

Ather Mirza, the President of the Sindh Professors and Lecturers Association, said it was a move by the political leadership to gain points with China and gain financial benefits from them.

He said the introduction of the Chinese language would not only put an additional burden on parents, but also on students, who were already made to learn three languages - English, Urdu and Sindhi - as compulsory subjects.

Another educationist said the government decision came out of the blue as it was not discussed or debated in recent meetings of the education department with the chief minister or education minister.

It is reported that President Zardari's daughter Aseefa Bhutto has been planning to study Chinese in China after graduating from college.

Sources said that the provincial government also decided to award scholarships to educated people of Sindh for learning Chinese at educational institutions in China.

Hari Om

Om...
 
WITH PRAYERS AND BEST WISHES,
 
SWAMI PARAMATMANANDA SARASWATI

Tuesday, 13 September 2011

राजस्थान सिन्धी अकादमी पारा कहाणी ऐं एकांकी आलेख चटाभेटी

कहाणी ऐं एकांकी आलेख चटाभेटी
जयपुर  13 सितम्बर (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी उभिरन्दड़ कलाकारनि/लेखकनि ऐं स्थापित साहित्यकानि लाइ अखिल भारत ऐं राज्य सतह ते कहाणी ऐं एकांकी आलेख चटाभेटियुनि जो आयोजन करे रही आहे। जहिंमें तव्हां साहिबन खे हिसो वठण लाइ नींड दिनी थी व´े। योजनाउनि जी तफसील हेठि जाणायल आहे।

1  उभिरन्दड़ कलाकारनि ऐं लेखकनि लाइ अखिल भारत/राजस्थान सतह ते कहाणी ऐं एकांकी आलेख चटाभेटी


(अ)   कहाणी आलेख चटाभेटी लाइ आलेख जूं टे कापियूं मोकिलिणयूं आहिन। बिन ते नालो लिखियल न हुजे-हिक ते नालो ऐं पूरो पतो हुजे। आलेख टाईप कयल/साफु-सुथिरनि अखरनि में अरबी/देवनागरी लिपिअ में लिखियल हुजे। सभिनी आलेखनि खे पहिंरी अखिल भारत सतह ते ध्यान में रखिबो-जहिं में टे इनाम दिना वेन्दा। पहिरियूं इनाम 3000/-  -, बियो इनाम 2500/-   ऐं टियूं 2000/- इन खां पोइ बाकी बचियल आलेखनि मां राजस्थान जे लेखकनि जा आलेख चटाभेटीअ लाइ ध्यान में आणिबा। राजस्थान सतह ते बि टे इनाम दिना वेन्दा-पहिरियूं 2000/-  बियो 1500/-  ऐं टियों इनाम 1000/-, को बि आलेख किताब जे रूप में पहिंरी छपियल न हुजे।

(ब)    उभिरन्दड़ लेखक जी उम्र 31.08.2011 ते 40 चालीह सालनि खां मथे न हुजे। उम्र जे सबूत में स्कूल जे प्रमाण-पत्र/बोर्ड जे प्रमाण-पत्र जी प्रमाणित प्रति लगाइण जरूरी आहे। बियो को बि सर्टीफिकेट मान्य न थींदो। सबूत जे अभाव में आलेख चटाभेटीअ में शामिल न कयो वींदो।

(स)   एकांकी आलेख चटाभेटी में बि मथे जाणायल तरीके मूजिब नियम लागू थीन्दा । एकांकी स्टेज ते 20 खां 30 मिनिटनि जे मंचित समय जी हुजे।

2  स्थापित साहित्यकारनि लाइ अखिल भारत/राजस्थान सतह ते कहाणी ऐं एकांकी आलेख चटाभेटी

(अ)   हिन चटाभेटीअ में चालीह सालनि खां वदीअ उम्र वारा साहित्यकार बहिरो वठी सघनि था।
(ब)    बाकी नियम, इनामनि जी राशि ऐं तादाद मथियें वांगुरू ई रहन्दी।

शर्तू:

1       लेखक पारां लिखित घोषणा दियणी आहे त हीअ संदसि मौलिक रचना आहे ऐं हिन खां अगु कहिं बि सरकारी या गैर सरकारी संस्था पारां इनाम कोन मिलियल आहे। नियमनि जी मं´िकरी करिण वारे खां वसूली ऐं अकादमी पारां ब्लैक लिस्टेड कयो वेन्दो।

2       उभिरन्दड़ कलाकारनि/ साहित्यकारनि/ लेखकनि लाइ जिन जी उम्र  31.08.2011 ते 40 सालनि खां वधीक न हुजे अखिल भारत/राजस्थान सतह ते कहाणी ऐं एकांकी आलेख चटाभेटी में उहे ही बहिरो वठी सघनि था।

3       लेखक जी हीअ मूल रचना पहिंरी किथे बि पुरस्कृत थियल न आहे जो सर्टीफिकेट दियणु जरूरी आहे ।
       
4       स्थापित साहित्यकार उभिरन्दड़ लेखकनि जी चटाभेटीअ में बहिरो न वठी सघन्दा। बाकी सब नियम सागिया ही आहिन ।

5       इनाम अकादमी जे सालियाने जलसे में इनाम खटन्दड़नि खे घुराये दिना वेन्दा। जहिं लाइ खेनि रेलवे जो सैकिण्ड क्लास स्लीपर/एक्सप्रेस बस जो ओट-मोट जो भाड़ो दिनो वेन्दो। इनाम जी राशिअ सां गदु प्रमाण-पत्र ऐं स्मृति चिन्ह पिण दिना वींदा ।

6       आलेख अकादमी आफिस में 15 नवम्बर  2011 ताई पहुंचण जरूरी आहिन। देर सां पहुतल दरख्वास्त ते वीचार न कयो वेन्दो ।

7       वधीक जाण हासिल करिण लाइ अकादमी आफिस जे दूरभाष संख्या 0141-2228399 ते सम्पर्क करे सघिजे थो।


दीपचन्द तनवाणी
सचिव 

Monday, 12 September 2011

श्रीमद्भागवत महापुराण रथयात्रा का पूर्णाहुती समारोहपूर्वक हरिद्वार में सम्पन्न


अखिल भारतीय सिन्धी साधु समाज की ओर से 25 मार्च 2011 को तीर्थराज पुष्कर से आरंभ हुई श्रीमद्भागवत महापुराण रथयात्रा की पूर्णाहुती का समारोह व नगर भ्रमण  हरिद्वार में शुक्रवार, 9 से 11 सितंबर को सम्पन्न हुआ।

भीलवाड़ा हरिशेवाधाम के महन्त स्वामी श्री हंसराम उदासी ने बताया कि सुबह दस बजे ज्योति प्रज्ज्वलित कर रथ यात्रा समापन समारोह का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर देशभर से आए सिंधी साधु समाज के सदस्य साधु-संतों का स्वागत किया गया। शाम को हरकी पौड़ी में बिरला टॉवर के पास सांस्कृतिक व धार्मिक संध्या आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न संतों के प्रवचन हुए और संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसे सुन कर श्रोता भावविभोर हो उठे।
इस अवसर पर प्रसिद्ध कथा वाचक श्री रमेष भाई ओझा ने कहा कि श्रीमदभागवत महापुराण का सिंधी भाषा में प्रकाषन बहुत ही सराहनीय प्रयास है। इससे श्रीमदभागवत का ज्ञान सिंधी समाज के भक्तजन तक पर भी पहुंचा है। स्वाभाविक रूप से इससे युवा पीढी को सनातन संस्कृति का ज्ञान भी होगा।

स्वामी श्री हंसराम जी महाराज बताया कि शनिवार, 10 सितंबर को सुबह 11 बजे से संतों की बैठक हुई। इसमें मुख्य रूप से श्रीमद्भागवत महापुराण (सिंधी देवनागिरी  लिपी) के पुनः प्रकाशन और उसके वितरण पर विचार किया गया। बैठक में सनातन धर्म के अन्य शास्त्रों के सिंधी भाषा में अनुवाद और उनके प्रकाशन पर भी चर्चा की गई।
समारोह में राष्ट््रीय महामंत्री स्वामी ष्यामदास (किषनगढ), ईष्वर मनोहर उदासीन आश्रम (अजमेर) के महंत स्वामी स्वरूपदास जी, सहित भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट््रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी, प्रान्त मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, महानगर मंत्री मोहन तुलस्यिाणी, सिन्धी सेन्ट््रल पंचायत के महासचिव गिरधर तेजवाणी, भगवान कलवाणी, अजमेर सिंधी समाज के संयोजक कंवलप्रकाष किषनाणी, तुलसी सोनी, समाजसेवी भवानी थदाणी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि यात्रा का शुभारम्भ इसी साल 25 मार्च को जगतपिता ब्रह्मा की पवित्र नगरी पुष्करराज से किया गया और मुख्य आयोजन अजमेर में 26-27 मार्च को श्री वृदंावन धाम, आजाद पार्क में अजमेर सिंधी समाज के सहयोग से किया गया। इस रथयात्रा पूरे भारत वर्ष में भ्रमण किया। लगभग एक माह तो 11 हजार किलोमीटर चल कर राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर धार्मिक आयोजन किए गए। इसके बाद देश के अनेक राज्यों में इसका भ्रमण हुआ।

(गिरधर तेजवाणी)
प्रवक्ता
92140 88055

Tuesday, 6 September 2011

राजस्थान सिन्धी अकादमी की ओर से निःषुल्क कोचिंग

सिविल सेवा परीक्षा एवं राज्य अधीनस्थ सेवाओं की प्रतियोगी
परीक्षाओं हेतु सिन्धी विषय की निःषुल्क कोचिंग


जयपुर, 6 सितम्बर (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी की ओर से संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा एवं राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य अधीनस्थ सेवाओं (संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा) की प्रतियोगी परीक्षाओं में ’’सिन्धी’’ ऐच्छिक विषय लेने वाले अभ्यर्थियों हेतु संत कंवर राम सी0सै0स्कूल, आषा गंज, अजमेर में कोचिंग कक्षायें प्रारम्भ की जा रही है।

अकादमी अध्यक्ष श्री प्रकाष टेकवाणी ने बताया कि अकादमी द्वारा उक्त दोनों प्रतियोगी परीक्षाओं में ’’सिन्धी’’ ऐच्छिक विषय ग्रहण करने वाले अभ्यर्थियों की सुविधा के लिये यह कोचिंग कक्षायें प्रारम्भ की जा रही है। इन कक्षाओं में सिन्धी के विषय विषेषज्ञों द्वारा निःषुल्क सेवायें दी जायेगा। उन्होंने यह भी बताया कि उक्त दोनों प्रतियोगी परीक्षाओं के पाठ्यक्रम के अनुसार अकादमी द्वारा पुस्तकों का संग्रहण भी किया गया है, जो कि अकादमी के कार्यालय में उपलब्ध है।

अकादमी सचिव ने बताया कि कोचिंग कक्षाओं का लाभ प्राप्त करने के इच्छुक अभ्यार्थीगण अकादमी कार्यालय के दूरभाष संख्या 0141-2228399 एवं सुश्री सरस्वती मूरजाणी, प्राचार्य, संत कंवरराम स्कूल, अजमेर के दूरभाष संख्या 0145-2460008 से सम्पर्क कर अपना पंजीकरण करा सकते हैं ।

(दीपचन्द तनवाणी)
सचिव