अखिल भारतीय सिन्धी साधु समाज की ओर से 25 मार्च 2011 को तीर्थराज पुष्कर से आरंभ हुई श्रीमद्भागवत महापुराण रथयात्रा की पूर्णाहुती का समारोह व नगर भ्रमण हरिद्वार में शुक्रवार, 9 से 11 सितंबर को सम्पन्न हुआ।
भीलवाड़ा हरिशेवाधाम के महन्त स्वामी श्री हंसराम उदासी ने बताया कि सुबह दस बजे ज्योति प्रज्ज्वलित कर रथ यात्रा समापन समारोह का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर देशभर से आए सिंधी साधु समाज के सदस्य साधु-संतों का स्वागत किया गया। शाम को हरकी पौड़ी में बिरला टॉवर के पास सांस्कृतिक व धार्मिक संध्या आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न संतों के प्रवचन हुए और संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसे सुन कर श्रोता भावविभोर हो उठे।
इस अवसर पर प्रसिद्ध कथा वाचक श्री रमेष भाई ओझा ने कहा कि श्रीमदभागवत महापुराण का सिंधी भाषा में प्रकाषन बहुत ही सराहनीय प्रयास है। इससे श्रीमदभागवत का ज्ञान सिंधी समाज के भक्तजन तक पर भी पहुंचा है। स्वाभाविक रूप से इससे युवा पीढी को सनातन संस्कृति का ज्ञान भी होगा।
स्वामी श्री हंसराम जी महाराज बताया कि शनिवार, 10 सितंबर को सुबह 11 बजे से संतों की बैठक हुई। इसमें मुख्य रूप से श्रीमद्भागवत महापुराण (सिंधी देवनागिरी लिपी) के पुनः प्रकाशन और उसके वितरण पर विचार किया गया। बैठक में सनातन धर्म के अन्य शास्त्रों के सिंधी भाषा में अनुवाद और उनके प्रकाशन पर भी चर्चा की गई।
समारोह में राष्ट््रीय महामंत्री स्वामी ष्यामदास (किषनगढ), ईष्वर मनोहर उदासीन आश्रम (अजमेर) के महंत स्वामी स्वरूपदास जी, सहित भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट््रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी, प्रान्त मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, महानगर मंत्री मोहन तुलस्यिाणी, सिन्धी सेन्ट््रल पंचायत के महासचिव गिरधर तेजवाणी, भगवान कलवाणी, अजमेर सिंधी समाज के संयोजक कंवलप्रकाष किषनाणी, तुलसी सोनी, समाजसेवी भवानी थदाणी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि यात्रा का शुभारम्भ इसी साल 25 मार्च को जगतपिता ब्रह्मा की पवित्र नगरी पुष्करराज से किया गया और मुख्य आयोजन अजमेर में 26-27 मार्च को श्री वृदंावन धाम, आजाद पार्क में अजमेर सिंधी समाज के सहयोग से किया गया। इस रथयात्रा पूरे भारत वर्ष में भ्रमण किया। लगभग एक माह तो 11 हजार किलोमीटर चल कर राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर धार्मिक आयोजन किए गए। इसके बाद देश के अनेक राज्यों में इसका भ्रमण हुआ।
(गिरधर तेजवाणी)
प्रवक्ता
92140 88055
LAKH LAKH VADAIYUN AIE SHUB KAMNAU , HIN BHAVYA AAYOJAN KHE SAFALTA SA KARAN LAHE...
ReplyDeletebhartiya sindhu sabha avm sindhi sadhu samaj is bhavya avm adbut ayojan ke safllta poorvek sampoorn hone per badhaiyan avm samaj inka rini hai jo aisa abhotpoorva ayojan kiya ,SHRI MAD BHAGWET ka sindhi me terjuma sindhi samaj me ek nai sooch ka sotrapat banega aisi asha hai.
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