Saturday, 31 March 2012
सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन समारोह समिति: कार्यालय का उदघाटन
1300वां बलिदान वर्ष
सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन समारोह समिति,
हिंगलाज भवन, स्वामी चौराहा, अजमेर
सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन समारोह समिति,
हिंगलाज भवन, स्वामी चौराहा, अजमेर
कार्यालय का उदघाटन 1 अप्रेल को
दाहरसेन के 1300वें बलिदान वर्ष 16 जून को भव्य आयोजन हेतु कार्यालय का उदघाटन 1 अप्रेल को
अजमेर 31 मार्च - सिन्धुपति महाराजा
दाहरसेन के 1300वें बलिदान वर्ष के अवसर पर इस वर्ष 16 जून को भव्य आयोजन करने का निर्णय समिति द्वारा लिया गया है । इस वर्ष बलिदान वर्ष के रूप में पूरे देश में मनाया जा रहा है तथा अजमेर में भी कई कार्यक्रम आयोजित किये गये है तथा इस वर्ष साप्ताहिक कार्यक्रम करने का जो निर्णय लिया गया है उसे सफल बनाने व गतिविधियों हेतु कार्यालय का विधिव्त उदघाटन 1 अप्रेल रविवार को सांय 3.30 बजे सन्तो द्वारा किया जायेगा ।
कार्यालय का उदघाटन नृसिंह मन्दिर होलीदडा के महन्त तत्वेताचार्य श्री 108 श्यामाचरण जी, निर्मल धाम के स्वामी आत्मदास जी, जतोई दरबार के भाई फतनदास के साथ भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट््रीय उपाध्यक्ष श्री नवलराय बच्चाणी द्वारा किया जायेगा ।
कार्यक्रम समन्वयक,
.94131 35031Monday, 26 March 2012
Saturday, 24 March 2012
Friday, 23 March 2012
Thursday, 22 March 2012
Wednesday, 21 March 2012
भारतीय सिन्धु सभा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न
भारतीय सिन्धु सभा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न
बांसवाडा भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक जयपुर में शिकारपुरी धर्मशाला में सम्पन्न हुई इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष श्री लेखराज माधु ने की मुख्य अतिथि अलवर विधायक श्री ज्ञानदेव आहूजा विशिष्ठ अतिथि अजमेर विधायक डाक्टर वासुदेव देवनानी,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व विधायक नवलराय बच्चानी थे इस बैठक में प्रत्येक जिले के जिलाध्यक्ष व महामंत्री शामिल हुए बांसवाडा जिलाध्यक्ष घनश्याम वाधवानी व महामंत्री हरेश लखानी ने भी इसमें भाग लिया बैठक का मुख्या उद्देश्य १६ जून २०१२ को प्रथम सम्राट सिंधुपति राजा दाहरसेन के १३०० वें बलिदान दिवस पर अजमेर में उनके स्मारक पर लाखों की तादाद में लोग सम्मिलित करके इस समारोह को सफल बनाना है !संगठन मंत्री मोहनलाल वाधवानी ने बताया की उक्त कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख श्री मोहन भगवत सहित देश भर के सिन्धी समाज के साधू संतों ने सम्मिलित होने की स्वीकृति दे दी है ! प्रदेश उपाध्यक्ष डाक्टर मोहनलाल केसवानी ने अपने उदबोधन में कहा की समस्त हिन्दुओं के धर्मरक्षक राजा दाहरसेन का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है उन्होंने धर्म रक्षा के लिए अपने समस्त परिवारजनों का बलिदान दिया ऐसे शूरवीरों के स्मारकों पर इसी तरह के मेले लगने चाहिए और हर समाज को इसमें भाग लेकर शहीदों को श्रद्धांजलि देनी चाहिए !अंत में आभार सभा प्रभारी महेंद्र तीर्थानि ने व्यक्त किया
समाचार प्रेषक - घनश्याम प्रियानी
Tuesday, 20 March 2012
पाकिस्तान मे पीडा भोग रहे हिन्दुओ की सहायता
क्या पाकिस्तान मे पीडा भोग रहे हिन्दुओ की सहायता के लिए भारत के नागरिको को आगे आना चाहिए ?
Hindus in Pakistan are facing communal harassment. Whether Indians should come forward to help them ?
हाँ (Yes)
नहीं (No)
कह नही सकते ( Cant Say)
Hindus in Pakistan are facing communal harassment. Whether Indians should come forward to help them ?
हाँ (Yes)
नहीं (No)
कह नही सकते ( Cant Say)
Jhulelal, Ishta Dev of Sindhis
Jhulelal, Ishta Dev of Sindhis, was born on Cheti Chand, to Rattan Rao Luhana and his wife Devaki and is also known as Lal Sai, Uderolal, Varun Dev and Zinda Pir .
Cheti Chand falls on the second day of the Chaitra month and is very auspicious day for Sindhis. Sindhis all over the world celebrate this day in Jhulelal's memory
Legend has it that, In the tenth century when Arabs were declining and the Soomras were coming up, Ruller of Thatta, Mirkh Shah, ordered the Hindus to embrace lslam.
The Hindus asked Mirkh Shah for some time to think over the order. Mirkh Shah agreed to give Hindus forty days.
The Hindus then gathered on the banks of the mighty Sindhu and prayed to God Varuna to save them. For forty days, they continued the prayer.
They neither shaved nor wore new clothes, praying and fasting and singing songs in praise of God Varuna.
On the fortieth day, a voice was heard "Fear not, I shall save you from the wicked Mirkh Shah. I shall come down as a mortal and take birth in the womb of Mata Devaki in the house of Rattan Rao Luhana of Nasarpur".
Even today Followers of Jhulelal perform this prayer for forty days ("chaliho") and celebrate "Thanksgiving Day" after "chaliho".
As expected on Cheti Chand, Jhulelal was born to Mata Devaki as "Udaichand". He was also known as "Uderolal".
Hindus have asked for some more time from Mirkh Shah in the meantime and Mirkh Shah on knowing about the "mysterious child" being born as savior of Hindus, decided to give them more time just to prove his supremacy.
In his growing years, people got more convinced of Uderolal being their savior.
Uderolal was asled to appear before Mirkh Shah,
Uderolal urged Mirkh Shah about Hindu-Muslim unity and oneness of God, but Mirkh Shah was not convinced and ordered his arrest.
As Uderolal was being arrested, people saw a sudden great waves of water flooded the place and fire too broke our and the palace in flames.
Uderolal explained Mirkh Shah, that there is no point of arguing, as all God are one and same and we should all live in peace.
Mirkh Shah, on seeing this miracle, was terrified and pleaded for mercy. As soon as he pleaded for mercy, the water receded away and fire flames were gone too.
Since then, Jhulelal is worshiped by both Hindus and Muslims.
Reference
http://en.wikipedia.org/wiki/Jhulelal
Cheti Chand falls on the second day of the Chaitra month and is very auspicious day for Sindhis. Sindhis all over the world celebrate this day in Jhulelal's memory
Legend has it that, In the tenth century when Arabs were declining and the Soomras were coming up, Ruller of Thatta, Mirkh Shah, ordered the Hindus to embrace lslam.
The Hindus asked Mirkh Shah for some time to think over the order. Mirkh Shah agreed to give Hindus forty days.
The Hindus then gathered on the banks of the mighty Sindhu and prayed to God Varuna to save them. For forty days, they continued the prayer.
They neither shaved nor wore new clothes, praying and fasting and singing songs in praise of God Varuna.
On the fortieth day, a voice was heard "Fear not, I shall save you from the wicked Mirkh Shah. I shall come down as a mortal and take birth in the womb of Mata Devaki in the house of Rattan Rao Luhana of Nasarpur".
Even today Followers of Jhulelal perform this prayer for forty days ("chaliho") and celebrate "Thanksgiving Day" after "chaliho".
As expected on Cheti Chand, Jhulelal was born to Mata Devaki as "Udaichand". He was also known as "Uderolal".
Hindus have asked for some more time from Mirkh Shah in the meantime and Mirkh Shah on knowing about the "mysterious child" being born as savior of Hindus, decided to give them more time just to prove his supremacy.
In his growing years, people got more convinced of Uderolal being their savior.
Uderolal was asled to appear before Mirkh Shah,
Uderolal urged Mirkh Shah about Hindu-Muslim unity and oneness of God, but Mirkh Shah was not convinced and ordered his arrest.
As Uderolal was being arrested, people saw a sudden great waves of water flooded the place and fire too broke our and the palace in flames.
Uderolal explained Mirkh Shah, that there is no point of arguing, as all God are one and same and we should all live in peace.
Mirkh Shah, on seeing this miracle, was terrified and pleaded for mercy. As soon as he pleaded for mercy, the water receded away and fire flames were gone too.
Since then, Jhulelal is worshiped by both Hindus and Muslims.
Reference
http://en.wikipedia.org/wiki/Jhulelal
Wednesday, 14 March 2012
राजस्थान जी जमीन ते रचियो वेन्दो इतिहास
राजस्थान जी जमीन ते रचियो वेन्दो इतिहास
सिन्धुपति महाराजा दाहिरसेन जो 1300वां बलिदान दींह 16 जून 2012
16 जून 2012 ते राजस्थान जे अजमेर सिथत महाराजा दाहिरसेन जो स्मारक गवाह थीन्दो राजस्थान जी सिनिधयत जे इतिहास में, जडिंह राजस्थान जे नढिंरा-नढिंरा गांव, कस्बनि ऐं शहरनि जा सिन्धी भाउर गदु थीन्दा। न फकत सिन्ध, बलिक हिन्द जी शान सिन्धुपति महाराजा दाहिरसेन जे 1300वें बलिदान दींह ते उनखे भावपूर्ण श्रद्धांजलि दियण लाइ। इहा त अटिकल सभिनी खे जाण आहे त सिन्ध जे महाराजा दाहिरसेन अरबनि जे आक्रान्ता मोहम्मद बिन कासिम जे आक्रमण जो वीरता सां सामनो कयो। जयचंद जे षडयन्त्र जे सबब उन्हनि खे दुर्भाग्य सां हार जो सामनो करिणो पियो। पर उन्हनि जी अदभुत वीरता सां दिनल बलिदान जे करे सजे हिन्दुत्व खे गौरवानिवत करे दिनो।
भारतीय सिन्धु सभा जी राजस्थान र्इकार्इ जा अध्यक्ष श्री लेखराज माधू बुधायो त हिन दींह राजस्थान जे हरहिक गांव, कस्बे ऐं शहरनि जा प्रतिनिधि शामिल थीन्दा, जिते बि सिन्धी भाउर रहन्दा आहिन। गदोगदु विदेशनि में रहण वारा सिन्धी भाउर खे बि हिन ऐतिहासिक मौके ते आहूत यज्ञ में पहिंजी आहूति दियण लाइ नींड दिनी वेर्इ आहे। देश भर जे सिन्धी संत समाज बि हिन कार्यक्रम में पहिंजी धर्म ध्वजा सां गदु शामिल थीन्दा।
श्री माधू इहो बि बुधायो त सिन्धी संस्—ति, सिन्धी भाषा ऐं सिनिधयत खे बचाये रखण लाइ संकलिपत भारतीय सिन्धु सभा सिन्धुपति महाराजा दाहिरसेन, जहिं हिन्दुत्व जी आन-बान जे लाइ न फकत पहिंजे बलिक सजे परिवार जो आत्मोसर्ग देश हित में कयो हो, उन्हनि जे 1300वें बलिदान दींह ते सच्ची श्रद्वाजंलि दियण लाइ ऐं सजे हिन्दू समाज जो सहकार वठण लाइ इहो कार्यक्रम रखियो वियो आहे। कार्यक्रम में सिन्धी समाज जी भागीदारी लाइ सभिनी पंचायतुनि, समाज जे सन्तनि ऐं विभिन्न संस्थाउनि जे सहयोग जी अपील कर्इ आहे।
पहिरियें चरण में कार्यक्रम जो प्रचार-प्रसार करे जन सामान्य खे विशाल कार्यक्रम जी जाण दियण लाइ भारतीय सिन्धु सभा जी सजी प्रदेश कार्यकारिणी सजे प्रान्त में दौरा करे सूचना पत्रकनि, हेण्डबिल्स ऐं स्टीकर्स जे माध्यंम सां वदी तादाद में 16 जून ते अजमेर अचण जी नींड दिनी आहे।
भारतीय सिन्धु सभा जे प्रदेश संगठन मन्त्री श्री मोहनलाल वाधवाणी बुधायो त सभा पारां सजे साल खे बलिदान साल घोषित कयो वियो आहे ऐं दिसम्बर महिने सां र्इ हर महिने सिन्धु सभा जी विभिन्न इकार्इयुनि पारां समाजोपयोगी कार्यक्रम आयोजित कया विया आहिन। इन्हीं कड़ीअ में मार्च महिने में युवा सम्मेलन ऐं बुद्विजीवी सम्मेलन आयोजित कया वेन्दा। चेटीचण्ड जे मौके ते विभिन्न पत्र-पत्रिकाउनि में महाराजा दाहिरसेन विशेषांक प्रकाशित कया वेन्दा।
उन्हनि बुधायो त सुखद संयोग आहे त राजस्थान जी सभ खां वधीक विकरिण वारी पाक्षिक पत्रिका पाथेयकण पहिंजे इन्दड अंक खे महाराजा दाहिरसेन विशेषांक ऐं सिन्धी संस्—ति ते र्इ केनिæत रखण जो फैसिलो कयो आहे। अप्रेल 2012 में सिन्धी भाषा दींह ऐं साहित्यकार सम्मेलन आयोजित कया वेन्दा। मर्इ 2012 में सांस्—तिक कार्यक्रम गीत, संगीत, नाटक, भगत, कविता, सिन्धी पिकचर्स जे माध्यम सां जन जागृति जा कार्यक्रम आयोजित कया वेन्दा। 1 खां 14 जून तांर्इं दाहिरसेन पखवाडो ऐं 15 जून ते अजमेर में अखिल भारतीय सिन्धीे सन्त सम्मेलन ऐं विश्व सिन्धी सम्मेलन, अखिल भारतीय सिन्धी पत्रकार, सिन्धी साहित्यकार सम्मेलन आयोजित कया वेंदा।
उन्हनि इहो बि बुधायो त 16 जून 2012 ते सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक अजमेर में समापन समारोह में सजे प्रान्त ऐं दुनिया जे विभिन्न देषनि मां आयल एन.आर.आर्इ. ऐं देश भर जे सन्तनि जी छत्रछाया में दुनिया जे सभ खां विशाल हिन्दू संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ जे प्रमुख मा0 मोहन जी भागवत जी अध्यक्षता में अ¥ां तार्इं जो सभ खां वदे सिन्धी कार्यक्रम जो आयोजन थीन्दो, जहिंमें 25000 हजार खां वधीक समाज जा भाउरनि जे वहिरो वठण जी संभावना आहे।
सिन्धुपति महाराजा दाहिरसेन जो 1300वां बलिदान दींह 16 जून 2012
16 जून 2012 ते राजस्थान जे अजमेर सिथत महाराजा दाहिरसेन जो स्मारक गवाह थीन्दो राजस्थान जी सिनिधयत जे इतिहास में, जडिंह राजस्थान जे नढिंरा-नढिंरा गांव, कस्बनि ऐं शहरनि जा सिन्धी भाउर गदु थीन्दा। न फकत सिन्ध, बलिक हिन्द जी शान सिन्धुपति महाराजा दाहिरसेन जे 1300वें बलिदान दींह ते उनखे भावपूर्ण श्रद्धांजलि दियण लाइ। इहा त अटिकल सभिनी खे जाण आहे त सिन्ध जे महाराजा दाहिरसेन अरबनि जे आक्रान्ता मोहम्मद बिन कासिम जे आक्रमण जो वीरता सां सामनो कयो। जयचंद जे षडयन्त्र जे सबब उन्हनि खे दुर्भाग्य सां हार जो सामनो करिणो पियो। पर उन्हनि जी अदभुत वीरता सां दिनल बलिदान जे करे सजे हिन्दुत्व खे गौरवानिवत करे दिनो।
भारतीय सिन्धु सभा जी राजस्थान र्इकार्इ जा अध्यक्ष श्री लेखराज माधू बुधायो त हिन दींह राजस्थान जे हरहिक गांव, कस्बे ऐं शहरनि जा प्रतिनिधि शामिल थीन्दा, जिते बि सिन्धी भाउर रहन्दा आहिन। गदोगदु विदेशनि में रहण वारा सिन्धी भाउर खे बि हिन ऐतिहासिक मौके ते आहूत यज्ञ में पहिंजी आहूति दियण लाइ नींड दिनी वेर्इ आहे। देश भर जे सिन्धी संत समाज बि हिन कार्यक्रम में पहिंजी धर्म ध्वजा सां गदु शामिल थीन्दा।
श्री माधू इहो बि बुधायो त सिन्धी संस्—ति, सिन्धी भाषा ऐं सिनिधयत खे बचाये रखण लाइ संकलिपत भारतीय सिन्धु सभा सिन्धुपति महाराजा दाहिरसेन, जहिं हिन्दुत्व जी आन-बान जे लाइ न फकत पहिंजे बलिक सजे परिवार जो आत्मोसर्ग देश हित में कयो हो, उन्हनि जे 1300वें बलिदान दींह ते सच्ची श्रद्वाजंलि दियण लाइ ऐं सजे हिन्दू समाज जो सहकार वठण लाइ इहो कार्यक्रम रखियो वियो आहे। कार्यक्रम में सिन्धी समाज जी भागीदारी लाइ सभिनी पंचायतुनि, समाज जे सन्तनि ऐं विभिन्न संस्थाउनि जे सहयोग जी अपील कर्इ आहे।
पहिरियें चरण में कार्यक्रम जो प्रचार-प्रसार करे जन सामान्य खे विशाल कार्यक्रम जी जाण दियण लाइ भारतीय सिन्धु सभा जी सजी प्रदेश कार्यकारिणी सजे प्रान्त में दौरा करे सूचना पत्रकनि, हेण्डबिल्स ऐं स्टीकर्स जे माध्यंम सां वदी तादाद में 16 जून ते अजमेर अचण जी नींड दिनी आहे।
भारतीय सिन्धु सभा जे प्रदेश संगठन मन्त्री श्री मोहनलाल वाधवाणी बुधायो त सभा पारां सजे साल खे बलिदान साल घोषित कयो वियो आहे ऐं दिसम्बर महिने सां र्इ हर महिने सिन्धु सभा जी विभिन्न इकार्इयुनि पारां समाजोपयोगी कार्यक्रम आयोजित कया विया आहिन। इन्हीं कड़ीअ में मार्च महिने में युवा सम्मेलन ऐं बुद्विजीवी सम्मेलन आयोजित कया वेन्दा। चेटीचण्ड जे मौके ते विभिन्न पत्र-पत्रिकाउनि में महाराजा दाहिरसेन विशेषांक प्रकाशित कया वेन्दा।
उन्हनि बुधायो त सुखद संयोग आहे त राजस्थान जी सभ खां वधीक विकरिण वारी पाक्षिक पत्रिका पाथेयकण पहिंजे इन्दड अंक खे महाराजा दाहिरसेन विशेषांक ऐं सिन्धी संस्—ति ते र्इ केनिæत रखण जो फैसिलो कयो आहे। अप्रेल 2012 में सिन्धी भाषा दींह ऐं साहित्यकार सम्मेलन आयोजित कया वेन्दा। मर्इ 2012 में सांस्—तिक कार्यक्रम गीत, संगीत, नाटक, भगत, कविता, सिन्धी पिकचर्स जे माध्यम सां जन जागृति जा कार्यक्रम आयोजित कया वेन्दा। 1 खां 14 जून तांर्इं दाहिरसेन पखवाडो ऐं 15 जून ते अजमेर में अखिल भारतीय सिन्धीे सन्त सम्मेलन ऐं विश्व सिन्धी सम्मेलन, अखिल भारतीय सिन्धी पत्रकार, सिन्धी साहित्यकार सम्मेलन आयोजित कया वेंदा।
उन्हनि इहो बि बुधायो त 16 जून 2012 ते सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक अजमेर में समापन समारोह में सजे प्रान्त ऐं दुनिया जे विभिन्न देषनि मां आयल एन.आर.आर्इ. ऐं देश भर जे सन्तनि जी छत्रछाया में दुनिया जे सभ खां विशाल हिन्दू संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ जे प्रमुख मा0 मोहन जी भागवत जी अध्यक्षता में अ¥ां तार्इं जो सभ खां वदे सिन्धी कार्यक्रम जो आयोजन थीन्दो, जहिंमें 25000 हजार खां वधीक समाज जा भाउरनि जे वहिरो वठण जी संभावना आहे।
Tuesday, 13 March 2012
The Jamia Binoria Aalmia
KARACHI - With the Jamia Binoria Aalmia slamming the high court decision of sending Rinkle Kumari (now Faryal Bibi) to a shelter home, the forced conversion case is gathering international support as US Congressman Brad Sherman on Tuesday wrote a letter to President Asif Ali Zardari, asking him take all necessary steps to bring an end to the harassment of Hindus in Sindh.
Expressing displeasure over the decision of Sindh High Court (SHC) to lodge the Hindu girl at the Pannah Shelter Home and produce her before the Supreme Court on March 26, the religious seminary’s chancellor, Mufti Muhammad Naeem, termed the decision as “politically motivated” and demanded that the now Muslim girl should be allowed to live with her husband, Naveed Shah.
In a statement issued on Tuesday, Naeem condemned the slogans chanted by Hindus outside the SHC, claiming it was an effort to cause anger among the Muslims. “We will continue to support our newly-converted Muslim brothers and sisters but if west-supported, so-called non-governmental organisations, nationalists or anyone else uses tricks to divert newly-converted Muslims and support Hindus, we can go at any level,” the cleric warned.
Quoting some newspapers, he alleged that the SHC judge [Justice Anwar Zaher Bajwa] belongs to the ruling Pakistan People’s Party and issued the “political order” on the wishes of the party leadership.
Appreciating the notice taken by Supreme Court, he demanded that the apex court fulfil the requirements of justice.
Kumari, a young Hindu girl from the small town of Mirpur Mathelo in southern Sindh district of Ghotki, went missing and emerged a few days later, accompanied by a Muslim man, surrounded by a large number of supporters of Pir of Bharchoondi. She announced that she had embraced Islam and married Shah.
The Hindus took to the streets against the “kidnapping” of Kumari while the Sindh nationalists, liberal Sindhi Muslims and civil society and human right activists joined them in their protests, demanding that the girl be handed over to her family.
Meanwhile, the echoes of the protest have reached the US congress and Sherman in a written letter to President Zardari, expressed grave concerns over the increasing harassment cases against Sindhi Hindus and urged him to take necessary steps to ensure the safety of Hindus in Sindh and also the safe recovery of Kumari.
KARACHI - With the Jamia Binoria Aalmia slamming the high court decision of sending Rinkle Kumari (now Faryal Bibi) to a shelter home, the forced conversion case is gathering international support as US Congressman Brad Sherman on Tuesday wrote a letter to President Asif Ali Zardari, asking him take all necessary steps to bring an end to the harassment of Hindus in Sindh.
Expressing displeasure over the decision of Sindh High Court (SHC) to lodge the Hindu girl at the Pannah Shelter Home and produce her before the Supreme Court on March 26, the religious seminary’s chancellor, Mufti Muhammad Naeem, termed the decision as “politically motivated” and demanded that the now Muslim girl should be allowed to live with her husband, Naveed Shah.
In a statement issued on Tuesday, Naeem condemned the slogans chanted by Hindus outside the SHC, claiming it was an effort to cause anger among the Muslims. “We will continue to support our newly-converted Muslim brothers and sisters but if west-supported, so-called non-governmental organisations, nationalists or anyone else uses tricks to divert newly-converted Muslims and support Hindus, we can go at any level,” the cleric warned.
Quoting some newspapers, he alleged that the SHC judge [Justice Anwar Zaher Bajwa] belongs to the ruling Pakistan People’s Party and issued the “political order” on the wishes of the party leadership.
Appreciating the notice taken by Supreme Court, he demanded that the apex court fulfil the requirements of justice.
Kumari, a young Hindu girl from the small town of Mirpur Mathelo in southern Sindh district of Ghotki, went missing and emerged a few days later, accompanied by a Muslim man, surrounded by a large number of supporters of Pir of Bharchoondi. She announced that she had embraced Islam and married Shah.
The Hindus took to the streets against the “kidnapping” of Kumari while the Sindh nationalists, liberal Sindhi Muslims and civil society and human right activists joined them in their protests, demanding that the girl be handed over to her family.
Meanwhile, the echoes of the protest have reached the US congress and Sherman in a written letter to President Zardari, expressed grave concerns over the increasing harassment cases against Sindhi Hindus and urged him to take necessary steps to ensure the safety of Hindus in Sindh and also the safe recovery of Kumari.
Kidnapping of Hindu girl!
Kidnapping of Hindu girl!
Posted on March 12, 2012
Veengas
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I belong to the land where Sufism and secularism have deep roots. Whenever I see and read about my land it gives me courage that I have healthy possession, while reading poetry of Shah Abdul Latif Bhitai who talks about Sufism and women’s empowerment, without any sanctions where women can listen their hearts’ voice.
Not only my childhood is eye-witness in my home city Shikarpur, I have had never seen discrimination on religious basis. Still I am astonished when I read one paragraph by a Pakistani columnist who wrote that Shikarpur has culture of Madarrasas, I think that writer must have seen heart of Sindh instead of controlled and exploited tricks by ill-minds.
In our country, violence on non-Muslims, (honestly; I dissent word of minority) is not a new thing, as we all know that Pakistan was achieved in the name of Islam. I am not going into depth; for a while leave this chapter and come to the crux stratum. Whatever we talk, fact is totally different that in the name of religion exploitation runs in Pakistan and all citizens are being victimized, whether they are non-Muslims or Muslim.
Nowadays power politics game has turned towards Hindus and day by day they are being treated like aliens and enemies of the country. In November last year a bloody-incident took place in Shikarpur where four respectable Hindus i-e Sindhis– were killed, point was not raised anywhere, and no suo motu taken. Mostly Hindus are leaving their homeland because they are feeling insecure. None has questioned why are they leaving the land and where is justice?
After such like incidents we again saw the kidnapping of Rinkal Kumari on Feb 25. A news report says: “A local court of Mirpur Mathelo, Ghotki district, allowed on Monday an 18-year-girl, whose actual name was Rinkal Kumari and was named as Faryal after being forced to embrace Islam, to live with her husband Naveed Shah, whom she had married after eloping with four days back. The court of District and Sessions Judge recorded the statements of Rinkal Kumari alias Faryal and her husband when the police produced the girl in court. She stated that nobody had kidnapped her and she embraced Islam and married Naveed Shah on her own. Rinkal Kumari and her husband Naveed Shah accompanied by some other persons from Bharchundi Shareef, lazed with guns, where the girl had embraced Islam, appeared in a civil court of Ghotki. Noticing that the girl was confused, the court allowed her two hours to meet parents as well as husband and make her mind. Later, the court sent her to women prison, Sukkur, under police custody from where she was produced in the court of District and Sessions Judge Ghotki at Mirpur Mathelo. The court also ordered withdrawal of kidnapping case registered against Naveed Shah. After the court decision, Naveed Shah, his lawyers and Pirs of Bharchundi left the court in procession. Strict security was maintained in Mirpur Mathelo for which police force from 11 police stations was called, as tension has been prevailing in the town since Friday last. The police had also blocked certain roads putting containers. Meanwhile, the businessmen of Hindu community kept their business closed for consecutive fourth day as a protest against what they alleged kidnapping of their girl and forced conversion to Islam.”
After this report I had telephonic conversation with Rinkal Kumari’s uncle Raj Kumar who is leading this case. This case is being painted by media as love affair and that girl was not kidnapped. Another picture of case tells that Rinkal Kumari was not involved with Naveed Shah, in fact he always harassed and threatened her. Rinkal Kumari was kidnapped from her home. I asked Raj Kumar that some sources say that she was involved through SMSs. He replied it was totally false, her father is primary school teacher and you know the condition of Hindus, how we are surviving? How is it possible that Rinkal’s father affords cell phone those have no access of PTCL service. Rinkal has no access to cell phone.
Mian Abdul Haq alias Mian Metho, MNA, belonging to PPP — is fully supporting this case, even during hearing in court we were not allowed to enter the court. In second session we were allowed. Though our daughter was requesting that she wanted to go with her parents and when we talked to Rinkal, she said that “they had kidnapped me, I am innocent; please take me with you (family).” She told them they have threatened her, if I go against them and give statement against their will they will burn Hindus’ homes and kill my family, she said weeping. “Tell me what should I have done?” Raj Kumar said.
He further added, she was kidnapped on February 25, 2012, and one of her shoes was left on ladder and second was lying on the ground of home with her Dopatta, what you should call it, he asked a question.
He asked that what reaction of Judge was when Rinkal Kumari was slapped in the Court. He said, Judge told me, “Look Mr, Raj Kumar you and I both are local people and Mian Metho’s people, around 8,000 to 10,000 equipped with guns are standing outside, and if I go in favour of you, it would lead to killing of people. We are poor and powerless people. That was the reason the local judge went against us and will of Rinkal Kumari, instead of sending her to Darul Amman he sent her to Sukkur Police from where she is taken back to Mirpur Mathelo. It shows Police and Courts are under control of Mian Metho, said Raj Kumar. He criticised media of being afraid of Mian Metho and none is ready to report reality, our voice is missing on media. He demanded: “I beg to high authorities of Pakistan and President of Pakistan that kindly help us, we will prefer to die but never take off hand on our demand for our daughter’s return.”
The local newspapers have reported the case as love marriage case, and because of this reason politicians avoid to talk on it. What can I say on Urdu electronic media, those prefer to talk on many issues but they are ignoring the issue of Rinkal Kumari. Media is seen worried about unnecessary cases about Maya Khan, Vena Malik and Memo gate. It is bitter reality that on electronic media issues are being discussed which have NOC (No-Objection-Certificate from hidden hands) and those having no NOC, are not discussed at all. Sadly, Rinkal Kumari’s case has got no NOC from any higher authority.
Question arises, why such incidents are happening in Sindh and especially by PPP unpopular members; one Chak incident Babol Bhayo in Shikapur and second Mian Metho MNA, PPP. One thinks it is pre-planned for creating disturbances in Sindh and to force Hindus leave their homeland, an effort to reduce vote bank of PPP in Sindh because PPP has majority of Non-Muslims.
Therefore, both these incidents have been planned to disturb Hindus and its benefit will go to other forces than PPP.
If this thinking is true then what is People’s Party doing? Why they do not expel black sheep from its fold?
In feudalism, Autaq culture is well known where Waderas and Chaudhries discuss topics of their interest. Therefore, there is a differentiate between Autaqs and courts. Chief Justice Iftikhar Mohammad Chaudhury took suo motu notice of Waheeda Shah slapping a polling official during by-election to Sindh Assembly seat but what about Chak incident where four Hindus were slaughtered and Rinkal Kumari who was slapped in a local court.
Rinkal Kumari’s case is a simple case of kidnapping and harassment. If the girl wanted to go to her home, why she was not allowed to go with her parents? It is a fact that after Chak incident Hindus are very careful, so how it was possible that Rinkal Kumari could have taken such a step.
And who has given certificate to Mian Metho that he is protecting and converting people to Islam? This is people’s own will and must not be converted at gun point. Where is the law to stop such actions where people are being forced to accept Islam?
I bet if you call politicians and seek their comments on Rinkal Kumari’s case, their reply will be: “We condemn it.” But victimized people do not need condemnation alone; they need action and practical work.
How can we forget when Mian Metho’s father and his followers had opened fire on Sufi Bhagat Kanwal Ram on May 2, 1939. Fears forecast that Rinkal Kumari would get serious threats to her life. I am not sure what will happen to Rinkal Kumari?
We can knock door of people having humanitarian heart and request them, wake up and save innocent girl who is jailed in the Autaq of Mian Metho.
Will Chief Justice Iftikhar Mohammad Chaudhry take suo motu notice of abduction and forced conversion of Rinkal Kumari to Islam?
veengas@live.com
Posted on March 12, 2012
Veengas
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I belong to the land where Sufism and secularism have deep roots. Whenever I see and read about my land it gives me courage that I have healthy possession, while reading poetry of Shah Abdul Latif Bhitai who talks about Sufism and women’s empowerment, without any sanctions where women can listen their hearts’ voice.
Not only my childhood is eye-witness in my home city Shikarpur, I have had never seen discrimination on religious basis. Still I am astonished when I read one paragraph by a Pakistani columnist who wrote that Shikarpur has culture of Madarrasas, I think that writer must have seen heart of Sindh instead of controlled and exploited tricks by ill-minds.
In our country, violence on non-Muslims, (honestly; I dissent word of minority) is not a new thing, as we all know that Pakistan was achieved in the name of Islam. I am not going into depth; for a while leave this chapter and come to the crux stratum. Whatever we talk, fact is totally different that in the name of religion exploitation runs in Pakistan and all citizens are being victimized, whether they are non-Muslims or Muslim.
Nowadays power politics game has turned towards Hindus and day by day they are being treated like aliens and enemies of the country. In November last year a bloody-incident took place in Shikarpur where four respectable Hindus i-e Sindhis– were killed, point was not raised anywhere, and no suo motu taken. Mostly Hindus are leaving their homeland because they are feeling insecure. None has questioned why are they leaving the land and where is justice?
After such like incidents we again saw the kidnapping of Rinkal Kumari on Feb 25. A news report says: “A local court of Mirpur Mathelo, Ghotki district, allowed on Monday an 18-year-girl, whose actual name was Rinkal Kumari and was named as Faryal after being forced to embrace Islam, to live with her husband Naveed Shah, whom she had married after eloping with four days back. The court of District and Sessions Judge recorded the statements of Rinkal Kumari alias Faryal and her husband when the police produced the girl in court. She stated that nobody had kidnapped her and she embraced Islam and married Naveed Shah on her own. Rinkal Kumari and her husband Naveed Shah accompanied by some other persons from Bharchundi Shareef, lazed with guns, where the girl had embraced Islam, appeared in a civil court of Ghotki. Noticing that the girl was confused, the court allowed her two hours to meet parents as well as husband and make her mind. Later, the court sent her to women prison, Sukkur, under police custody from where she was produced in the court of District and Sessions Judge Ghotki at Mirpur Mathelo. The court also ordered withdrawal of kidnapping case registered against Naveed Shah. After the court decision, Naveed Shah, his lawyers and Pirs of Bharchundi left the court in procession. Strict security was maintained in Mirpur Mathelo for which police force from 11 police stations was called, as tension has been prevailing in the town since Friday last. The police had also blocked certain roads putting containers. Meanwhile, the businessmen of Hindu community kept their business closed for consecutive fourth day as a protest against what they alleged kidnapping of their girl and forced conversion to Islam.”
After this report I had telephonic conversation with Rinkal Kumari’s uncle Raj Kumar who is leading this case. This case is being painted by media as love affair and that girl was not kidnapped. Another picture of case tells that Rinkal Kumari was not involved with Naveed Shah, in fact he always harassed and threatened her. Rinkal Kumari was kidnapped from her home. I asked Raj Kumar that some sources say that she was involved through SMSs. He replied it was totally false, her father is primary school teacher and you know the condition of Hindus, how we are surviving? How is it possible that Rinkal’s father affords cell phone those have no access of PTCL service. Rinkal has no access to cell phone.
Mian Abdul Haq alias Mian Metho, MNA, belonging to PPP — is fully supporting this case, even during hearing in court we were not allowed to enter the court. In second session we were allowed. Though our daughter was requesting that she wanted to go with her parents and when we talked to Rinkal, she said that “they had kidnapped me, I am innocent; please take me with you (family).” She told them they have threatened her, if I go against them and give statement against their will they will burn Hindus’ homes and kill my family, she said weeping. “Tell me what should I have done?” Raj Kumar said.
He further added, she was kidnapped on February 25, 2012, and one of her shoes was left on ladder and second was lying on the ground of home with her Dopatta, what you should call it, he asked a question.
He asked that what reaction of Judge was when Rinkal Kumari was slapped in the Court. He said, Judge told me, “Look Mr, Raj Kumar you and I both are local people and Mian Metho’s people, around 8,000 to 10,000 equipped with guns are standing outside, and if I go in favour of you, it would lead to killing of people. We are poor and powerless people. That was the reason the local judge went against us and will of Rinkal Kumari, instead of sending her to Darul Amman he sent her to Sukkur Police from where she is taken back to Mirpur Mathelo. It shows Police and Courts are under control of Mian Metho, said Raj Kumar. He criticised media of being afraid of Mian Metho and none is ready to report reality, our voice is missing on media. He demanded: “I beg to high authorities of Pakistan and President of Pakistan that kindly help us, we will prefer to die but never take off hand on our demand for our daughter’s return.”
The local newspapers have reported the case as love marriage case, and because of this reason politicians avoid to talk on it. What can I say on Urdu electronic media, those prefer to talk on many issues but they are ignoring the issue of Rinkal Kumari. Media is seen worried about unnecessary cases about Maya Khan, Vena Malik and Memo gate. It is bitter reality that on electronic media issues are being discussed which have NOC (No-Objection-Certificate from hidden hands) and those having no NOC, are not discussed at all. Sadly, Rinkal Kumari’s case has got no NOC from any higher authority.
Question arises, why such incidents are happening in Sindh and especially by PPP unpopular members; one Chak incident Babol Bhayo in Shikapur and second Mian Metho MNA, PPP. One thinks it is pre-planned for creating disturbances in Sindh and to force Hindus leave their homeland, an effort to reduce vote bank of PPP in Sindh because PPP has majority of Non-Muslims.
Therefore, both these incidents have been planned to disturb Hindus and its benefit will go to other forces than PPP.
If this thinking is true then what is People’s Party doing? Why they do not expel black sheep from its fold?
In feudalism, Autaq culture is well known where Waderas and Chaudhries discuss topics of their interest. Therefore, there is a differentiate between Autaqs and courts. Chief Justice Iftikhar Mohammad Chaudhury took suo motu notice of Waheeda Shah slapping a polling official during by-election to Sindh Assembly seat but what about Chak incident where four Hindus were slaughtered and Rinkal Kumari who was slapped in a local court.
Rinkal Kumari’s case is a simple case of kidnapping and harassment. If the girl wanted to go to her home, why she was not allowed to go with her parents? It is a fact that after Chak incident Hindus are very careful, so how it was possible that Rinkal Kumari could have taken such a step.
And who has given certificate to Mian Metho that he is protecting and converting people to Islam? This is people’s own will and must not be converted at gun point. Where is the law to stop such actions where people are being forced to accept Islam?
I bet if you call politicians and seek their comments on Rinkal Kumari’s case, their reply will be: “We condemn it.” But victimized people do not need condemnation alone; they need action and practical work.
How can we forget when Mian Metho’s father and his followers had opened fire on Sufi Bhagat Kanwal Ram on May 2, 1939. Fears forecast that Rinkal Kumari would get serious threats to her life. I am not sure what will happen to Rinkal Kumari?
We can knock door of people having humanitarian heart and request them, wake up and save innocent girl who is jailed in the Autaq of Mian Metho.
Will Chief Justice Iftikhar Mohammad Chaudhry take suo motu notice of abduction and forced conversion of Rinkal Kumari to Islam?
veengas@live.com
Monday, 12 March 2012
Sunday, 11 March 2012
सिंध जी हिंदु बरादरि -आखिर केसिताईं असीं माठि रहिंदासिं
सिंध जी हिंदु बरादरि -आखिर केसिताईं असीं माठि रहिंदासिं
1947 में विरहांङे बैदि जेके सिंधी अग॒वाणि गांधीजीअ साणु पहिरों भेडो ग॒द॒या तनि जो चवण हो तह गांधीजी जेको पहिरों बयानि दि॒ञो सो इहो ईहो ई हो – चोऊ हिंदु-सिंधूनि खे तह यकदमि सिंध वांदाईनि। छो गांधीजी इऐं चयो इन जो जवाबु अजु असां जे अग॒यां आहे। जेके लद॒या, लद॒पण जा दु॒ख सठा तनि नेठि सुख दिठा पर जिन सिंध माऊं साणु हिक सचे सिंधी हूअण जो फर्जु निभायो अजु॒ इंतहाई दु॒ख पया दि॒सिनि। लज॒-लिट, लूटमारि, अग॒वा, कतलि या जबरनि मूसलमानि बणाअण जा वाकया तह तह ज॒णु रोज॒ जूं गा॒ल्हियूं थी पयूं आहिनि। हिक वारदाति मां सिंध जी हिंदु बरादरि उभरे मस थी जे बी॒ वारदाति कहिं हिंदु बरादरीअ जो मूहूं कारो कयूं वेटि आहे।
पिछाडीअ जे 30-40 सालनि जे वारदातनि में वाईडो कंदड हिकजेडाईं पई दि॒सण में इंदी आहे सो उहा आहे तह घणाईअ में रहिदड सिंधी मूसलमानि जी जूलमनि में खामोशी। ऐडही गा॒ल्हि नाहे जे सिंध में किद॒हि भी ऐको रहयो किन हो पर जहि मजबूति सां सिंध में इन खे पेश करणो खपिंदो हो तनि में सिंधी कोम नाकाम रहयो। इहो ई सबब आहे मौको अचण थे सिंधी उहा हिकजेडहायप कोन दे॒खारे सघिंदा आहिनि जहि का वाका असीं हमेशाहि ई कंदा आया आहयूं।
हिकु लफजु जेको सिंधी हमेशाहि सिंधी पहिजे पाण में जाम इसतमाल पई कंदा आया आहिनि सो आहे हिंद- सिंध। हिंद सिंध जे जरिऐ असीं सिंधी सिंध में मुख्तलिफ कोमनि खे उन नजरिऐ सां दि॒सण गुरिंदा आहियो जहि नजरिऐं सां अमेरिका ऐं इंगलेंड में अंग्रेज पाण खे पेश कंदा अहियों। असीं सिंधीयूनि में इन सुत्र में गद॒जण जी चाहि का नईं नाहे। सिंधीं बो॒लीअ में झझे साहित्य मोजोद आहे जेको इन सोच खे हाथयूं पुखतो करे थो। अजु॒ भी हिंद तोडे सिंध में जा॒वलि नसल सिंध खे पाकिस्तानि खां कहि कद॒रि धारि करे दि॒सिंदी आहे।
पर वेझडाईअ जे किनि सालनि इन भाईचारे खे हिकु जबरदसत धक पई लगो आहे । जेतोणेकि सिंध में 1970 खां हिक ऐडही सिंयासी तंजिमि जो जोर रहयो आहे जहिजा उसूल कहि कदुरु सेकूलर हरया आहिनि। सिंधीं हिंदु बरादरी हमेशाहि ई भूट्टे पारां जोडायलि पाकिस्तानि पिपिल्स पार्टी जा हिमायति रहया आहिनि। जेसिताईं गा॒ल्हि आहे भूटनि जी तह नह जूलफिकार ऐं नह ई बेनाजीर सिंध जे हिंदु बरादरी साणु सुठा नाता हवा पर संदुनि बैद हालतुन ओडहयूं नाहिनि। पिछाडीअ जे किनि सालनि में हिंदुनि खे कहरि वधया आहिनि। बदकिसमतीअ सां इहो पिणि दि॒ठो वयो आहे तह सिंध में हिदुनि ते जबरनि धर्मु मठाअण, कतलनि ऐं कहि हद ताई लूटमार हिअर के धार्या नथा कनि पर पहिंजा कोठाईंदड सिंधी मुसलमानि ई कनि।
इहा गा॒ल्हि चक, शिकारपुर में जिते चारि हिंदुन जो भरी भाजार में कतलि कयो वयो ऐं पर ङफते सिंध जे घोटकी शहरि में पिणि दि॒ठो वयो तह इन जूलमनि में वदे॒ में वदो॒ हथ सिंध जे पिपिल पार्टी जो रहयो आहे। ऐंडही गा॒ल्हि नाहे तह इहे मसला उमालक थी उभिरा आहिनि पर जद॒हि तह बेनाजीर जे वखतनि ताई मसला ऐदा॒ वदा॒ किन थिया हवा पर हिअर सुंदुनि जे लादा॒णे बैद पी पी पी इहा पार्टी कोन रहि आहे जेका अगे॒ हई। इहा गा॒ल्हि चक में भी दि॒ठी वई तह जेतोणेकि हाणोके सदर असिफ अली जरदारि इन मसले ते नोटिस भी वरतो पर इन जे बावजूद कातिलनि खे हथ करण तह परे पर कातिलनि थे शाई दि॒दड पी पी पी जे अग॒णाणु जो भी वारु वंङो किन थियो आहे।
अञा शिकारपूर जे चक में वारदाति मां सिंध जी हिंदु बरादरी उभरि मस हूई जे बि॒ हिक वारदाति सिंधी जे हिंदु बिरादरी जे मथोऊं कहर खणी अई। सिंध जे मिरपूर माथिले जे लाल फकिर महर मार्केट वठि रहिंदर इन ऐलाके जे हिक स्कुल में नोकरि श्री नंदलाल जी सिंकलिंदी धीअ रेंलक कुमारीअ खे पिछाडीअ महिने जी 23 तारिख रात जो अग॒वा कयो वयो। अहवाल मोजिब 24 तारिख सुबूह जे साढे सते लगे खां अग॒वा कयलि नयाणी लाई ऐफ आई आर दर्ज कराई वई जेका चारि कलाकनि जे जफाकशीअ बैद नेठि दर्ज कई वई । इन वारदाति जे विरोध में सिंध जी कोमिप्रसत पार्टी जिऐं सिंध कोमि महाज पारा मिरपूर माथिले ऐं ब॒यनि ऐलाकनि में ऐतताईजाजि मजाहेरा कया वया । साणु सिंध में हिदु पंजायति जे मूखि केकराम ऐं साधूराम जे अग॒वाणीअ में ऐतजाज कया वया जहि सबब कलाकनि ताईं सिंध – पंजाब हाईवे बंद रहयो ऐं टिन दि॒हनि तांई सिंध जी हिंदु बरादरि संधई पहिंजा धंधा बंद रखा। इहो सबब हो जे अगा॒वा कयलि हिंदु नेंनगर खे नाठि कोर्ट में पेश कयो वयो।
इन वारदाति में सिंध मां पाकिस्तानि जी नेशनल ऐसेल्मबली मेंमबर मियां मिटूंअ जो नालो सामहूं आयलि आहे। मया मिठूं हिअर सिंधी मां पाकिस्तान पिपलस पार्टी जे टिकेट ते चूंडयलि नेशनत ऐसेलमबी जो नुमाईंदो आहे। हिक बि॒ गा॒ल्हि जहि साणु मिया मिठू गंढयलि आहे सो आहे सिंधीयूंनि जो गुरु भगत कुंवर राम। चयो वेदो आहे तह भगत कुंवर राम जो कतलि बर्चोढी जे पिरअ करायो हो जेको मिया मिठूअ जो पिऊ थिऐ।
चयो थो वञे तह रेंकलि कुमारीअ खे अग॒वा करण बौदि संदुसि जो जबरनि धर्म माठायो वयो ऐं मिया मिठूं जो पुठ नोवेद शाहि साणु जबरनि परणायो वयो ऐं संदुसि नालो फर्याल शाहि रखयो वयो। इन विच में अग॒वा थिअण जे बे॒ दि॒हिं मझंदि जो लग॒ भग॒ हिक वगे मिया मिठूंअ जे हिक पुट पारां रिंकल जे माईटन वटि फोन थो करे तह इहो चई तह जेकरि खेनि पहिजी नयाणीअ साणु मिलणो आहे तह बर्चोढी जे दर्गाहि में अचनि। बर्चोढी इहा जाई आहे जिते घणो तणो अण-मुसलमानि खे इसलाम कबूल करायो वेंदो आहे। सिंध में रहिदड कहि भी हिंदु खे बखूबी जा॒ण आहे ऐंडही जाई ते नेंगर केतरि आजादिअ सां पहिजी गा॒ल्हि रखी सघिंदि। इन गा॒ल्हियूंनि खे धयानि में रखिंदे रिंकल खें डि पि ओ जी आफिस में वठी अचण लाई चयो थो वञे जेके मियां इसलाम (मिया मिंठू को पुट) नकारे थो छदे॒। इन बैदि पक इन ते बिहे तह तह रींकल खे हिदुं पंचायति हालि में गद॒जाणि कबि पर जद॒हि रींकरल कुमारीअ जा माईट उते पूजिनि था तह खेनि इहो थो ब॒धायो वञे तह मिया इसलाम हिंदु पंचायति हालि में रींकल खे संदुनि माईटन सां गद॒जाणीअ लाई इंकारि करे छदो॒ आहे।
इन विच में 25 तारिख, छंछर दि॒हिं जिंऐ सिंध कोमि महाज जो चेअरमेन श्री रियाज चांडियो रिंकल सा मिलण डि ऐस पी जी आफिस में अचण लाई चयो थो वञे। जद॒हि हो पोलिस आफिसर जे कमरे में धाखिल थिऐ थो तह डी ऐस पी साहिब जी पहिजीं कुर्सीअ में मिया मिठूअ जो भाऊ मिया शमल अफिसर थी वेठो पई नजर थो अचे। हाणे सवालु इहो आहे तह जद॒हि अग॒वा कंदडनि खे ऐडहो मानु मिलिंदो तह छा हो धूड कानुन जी हो परवाहि कंदा। इहो ई नह पर इन डि ऐस पे जो चवण हो तह जेकरि अव्हां रिंकल साणु मिया शमल जी हाजुरि में नथा मिलण चाहियो तह पोई नोवेद शाहि ( मियां मिठूं जो पुट जहिं सा रिंकल खे जबरनि परणायो वयो) साणु गद॒ हूंदो इन वक्त मिलि था सघो।
हाणे सवालु कहिंजे भी जहनि में इदों तह जनि रिंकल खे अग॒वा कयो से रिंकल खे गा॒ल्हिअण जी पूरा आजादी दिं॒दा…..छा इहो मूमकिन आहे ।
खैर नेठि रिंकल कुमारीअ खे अदातलि में पेश कयो वयो। कोनुन मोजिबु धारा 164 जे तहति बायनु दे॒अण लाजमी आह, सो रिंकल को बयान वरतो वयो। बिहिनि धरनि जे वकिलनि जे मोजूदगीअ में रिकल बयानि दि॒नो तह हिन भजी॒ शादी करण नाहे चाहि पर खेसि अग॒वा कयो वयो आहे, कजहि माण्हूं घरनि जी छतनि खे इस्तमालि करे खेस जबरनि गि॒हले वया। हून इहो भी चयो तह हूअ नोविद शाहि (जहि सां खेसि जबरनि अग॒वा करे परणायो वयो) ऐं संदुनि हिमायति ऐं पिरनि वटि नह पर पहिजे माईटनि वटि मोठण थी चाहे। रिकल नह रूगो॒ इहो बयनि पहिजे माईटनि जे अग॒यो दि॒ञो पर माजिज जज जे अग॒या पिणि दि॒ञो। हाणे कोनून मोजिब तह इहो बयान रिकार्ड करणो खपिंदो हो इअं कोन कयो वयो।
कोर्ट में हालतुनि खे पहिजे उभतरि समझींदे मिया मिठू जा वकिलनि ऐं नोविद शाहि पाण हिकु तमाशो खणि कयो। हून (हठो कठो हूअण जे बावजूद) बेहोश थिअण जो वदो॒ समाशो कयो ऐं इन साजिश मोजिबु जज आदालति जी कार्वाही मुतलवी करे छदी। जेतोणिक रिकंल जा वकिल रडयूं कंदा रया पर जज इन साजिश जी पुरि हिमायति कंदे अदालति खे मुतलवी करे छदी। इहो ई न पर रिंकलि खे शखरि जे दारुसलमि में गि॒ञि वञण जे बजाई शकरि जे हिक जैफाणे जिल खाने में रखो वयो। इहो सब हिक निहायति सुचलि समझयलि साजिशनि में तहत कयो पयो जिअ तह उन पुलिस थाणें में रिंकलि खे यातनाउ दई जबरन मिया मिठू जे चाहि मोजिबु बयान दे॒वाऐ सघजिनि। सिंध में अवामी आवाज में कालमि लिखिंदड श्री असद चांडियो मेजिब जद॒हिं रिंकलि जद॒हि रिकल मायूस थी पहिजे किसमति खे पिटे वेठी तह उमालक हिकु पूलिस आफिसर रिंकल जे कैद खाने में गुरे थो हथ में हिक फोन झले ऐं मायूसि रिंकल कुमारी खे गा॒ल्हिअण लाई दे॒ थो। छाकाणि तह रिंकल गा॒ल्हिअण खां जवाब दे॒ थी तह इहो पूलिस जो ऐदेदारि फोन जो इस्पिकरि आन करे थो जहि में उन ऐलाईके जे कहि सघारे वदे॒रे जो पई धमकयूं पई दि॒ञयूं जेके कजहि हिंन रित आहे- तूं जेकद॒हिं माईंटनि दा॒हिं मोटी वञण जो बयानि नह मठ्यो तह नह रूगो॒ तूं नह बचिंदिअं पर तूंहिंजा सब घर जा भाति भी मारया वेंदा ऐं शहरि जे सब हिंदुनि जे घरनि खे बा॒हि द॒ई साडयो वेंदो।
जेके सिंध खां बा॒हारि जा॒वलि आहिनि ऐं जिन थे सिंध जी हालतुनि जी पूरि जा॒णि नाहे तनि लाई रूगो॒ इहे मिडई धमकयूं आहनि पर सिंध में रहिद़ड सिंधी जा॒णिनि था इन धमकयूं जो मतलब। 1947 खां अजु॒ ताई ऐडहा जाम भेडा दि॒ठो वयो आहे तह ऐडहयूं काहियूं थियूं आहिनि। मसलनि शखर जे भरसां पुञे आकिल में साग॒या मंजर दि॒सण में आया जद॒हि पूलिस जे कडे बंदोबस्त जे बावजूद अंधरुनि सिंध जे कबाईलि सरदारनि हथियारनि सां लैस थी हिंदुनि जे घरनि ऐं दुकानि ते काहिं आया।
बहरआल, सागी॒ रित जो जिअं ई ईहा खबरि फैली तह पाकिस्तानि सदर आसिफ असी जरदारि इन मसले जो सख्त नोटिस वरतो आहे उमालकि रिंकल कुमारीअ खे शखर जे इन जैफाणे कैदि खाने मां कदि॒ मिरपुर माथिले रवाञो थो कयो वञे उहो भी सागे॒ राति जे बि॒ वगे॒। हाणे सवालु इहो आहे तह जज फैसलो कयो हो तह रिंकल जनानि जेल में रहंदी तह पोई उमालकि खेसि छो मिरपुर माथिले मोकलो वयो। इन जो सबब अजु॒ भी गु॒झो ई रहयो आहे। शखर खां मिरपुर माथले जो सफरि मस जेडहो कलाक दे॒ड जो आहे पर इन जे वाबजूदि जेका अध रात जो कहिं 17 सालन जी नियाणीअ जे रात जे अढाई लगे॒ में हिक जिले खां उमालकि बे॒ जिले पुजा॒अण जी तकड उहा भी कोर्ट जो हिदायतुनि जे उभतरि इन शक खे यकिन में थो मटे तह इन मामले में पूलिस ऐं वदे॒रे मियां मिठू जी पुरि मिलि भगत हूई।
27 तारिख सुबूहूअ जो रिंकल कुमारीअ खे साडे अठे वगे॒ कोर्ट में पेश कयो वयो। सुबूह साणि ई मिरपुर माथिले जे अदालति जे नजारा फिरयलि हवा। लाजमी आहे मिया मिठी ऐं संदुनि हिमायतुनि इन जी पुरि तयारि कई वई जहि जो पुरो साथु दि॒ञो मिरपुर माथइले जे प्रसासनि। आदालति दा॒हि इंदड सभ वाटयूं ते सख्त पहरा हवा। अदासति दा॒हि इंदड वेंदड सभ वाटयूं टेंकर जे जरिऐ बंद कयूं वयूं जिअ हिंदु बरादरी जा घटि में घटि माण्हूं कोर्ट पुजी॒ सघनि। ऐडही पाबंधी जेतोणेकि मिया मिठूअ ऐं संदुसि बिरादरीअ लाई कोन हूई। खेनि कोर्ट जे बा॒हरि तोडे अंदर दा॒ढाई करण जी पुरी मोकल हूई ऐं संदुनि भी इन जो पूरु फाईदो वर्तो। गा॒ढीयूं जे मथोऊ लाईडिस्पिकर लगा॒ऐं जोशिलूं इस्लामी तकरिरयूं पई पयूं वयूं ऐं हथयारबंध हवा में फाईरिग पई कयूं।
कोर्ट जे अंदरि भी नजारो को घठि वाईडो कंदड कोन हो। रिंकल कुमारीअ खां हिक पासे जद॒हि तह खेसि माईटनि खां धार रखयो वयो पर ऐंडही का पाबंधी मिया मिठूं ऐं संदुसि पंज पुठनि ते कोन हूई। रिंकल जे वकिलनि जो चवण हो तह उन दि॒हिं भी रिंकल पहिजे माईटनि दा॒हिं मोटी वञण जो बयान पई दे॒अण चाहियो जेको हूंन पछाडीअ जे पेशीअ में दि॒ञो हो पर द॒फतरि तोर इहो मूमकिन कोन थी सघो छाकाणि तह कोर्ट में मोजिद सरदार रिंकल कुमारीअ खे हिक चमाट ताई हईं ऐं रिंकल खे दब पटिंदो चयो तह – हिअर तूं मूसलमानि आहें, मुसलमानि साणु पर्णयलि आहे ऐं सोहिंदो घरि साहूरनि में आहे ऐं तूं पहिजे माईटनि जे घरि मोटी मञण जो गाल्गि यकदमि नह कज। सोचण लाईक तह इहा गा॒ल्हि आहे तह इहो सभ थियो कोर्ट जे कार्वाहि महलि जज जी मोजूदगीअ में। इन बैदि रिंकलि कुमारीअ खां जबरनि बयानु लिखायो वयो कोर्ट महिजी काईवाही पुरि कंदे रिकंल खे नावेदि शाहि खे सोपयो पयो। वरि बे॒ पासे रिंकल जा माईटअ जिनि खे कोर्ट जे बा॒हरि ई जबरनि रोको वयो से उछांगियूं दिं॒दे रोईंदा रहया जद॒हि तह मियां मिठू जा हिमायति हवा में फाईरिग पई कयूं ऐं बैड बाजा पई वजया। कुल मिलाऐं ऐडहो हिकु माहोल पैदा कयो वयो जिऐं इऐ लगे तह हिंदु छोकरि पहिंजो मर्जीअ सां इसलाम कबूल कयो आहे। इहो चूंडयलि मिडीया जे अग॒यां भी सजी॒ दुनिया खे दे॒खारण लाई छोकरि खां बयानु दि॒वायो वयो। इहो चिटि रित साफु आहे तह मिडिया जे अग॒या ऐं जेको माहोल पई पैदा कयो पयो का भी 17 सालनि जी छोकरीअ खां उमेदि नथी करे सघजे तह हूई मिडिया जे अग॒यां भी पहिजें दिल जा गा॒ल्हि करे सघिंदी।
रिंकल कुमारीअ जे घर वारनि लाई हे दि॒हिं इंतहाई खोफ वारा आहिनि। जद॒हि खां घोटकी तोडे मिरपुर साथिले जे कोर्टअ फोसलो थियो आहे ऐं सिंध जी हिंदु बरादरी ऐतजातनि में आहे, रिकल कुमारीअ जे आकहिं खे धमकयूं पई मिलनि। हे धमकयूं ऐतरुं तह सख्त आहिन जे खेनि लाहोर में हिक गुरुदुवारे में पनाहि वठणि पई आहे। इन विच में रिंकल कुमारीअ जे वकिलनि सिंध हाई कोर्ट कराचीअ में घोटकीअ जे इन कोर्ट जे खिलाफ अर्जी दाखिल कई जहिंजी सुनवाई 12 मार्च में थिअणी आहे। बे॒ पासे अग॒वा कंदड पारां भी हिक अर्जी दाखिल कई वई तह रिंकल कुमारी ऐं नोवेद शाहि खे रिंकल जे माईटनि जे पारां धमपयूं पयूं दि॒नियूं वञनि सो खेनि तहफूज द॒ञो वञे। इन अर्जी में इहो भी जा॒णायो वयो आहे तह हिंदु बरादरि पहिंजे नाणे जो जोर ते रिंकल ऐं नावेद साहि खे नुकसानि था पुजाऐ सघनि। बहरआल कोर्ट इन अर्जी ते का भी बहसि कोन कई वई छाकाणि तह कोर्ट जो मञण हो तह छाकाणि तह सिंध हाई कोर्ट इन मामले में अगे॒ ई फोसलो कयो आहे 12 मार्च इन ते सुनवाई कंदो। कोर्ट खां बा॒हरि निकरिंदे ऐं खानकि टी वी चेनेलि में फोन जरिऐ गा॒ल्हईंदे रिंकल जेतोणोकि चयो तह हूअ पहिंजी मर्जीअ सां मुसलमानि थी आहे पर इहो सभको थो समझे तह रिकलि खे ऐडहा बयान अग॒वाकंदड जे जबरदस्त दबाऊ सबब ई दे॒अणो थो पवे।
इन विच में तमाम ऐलाजनि ऐं रिंकल जे मामे जे अर्जी दे॒अण सबब पाकिस्तानि सुपरिम कोर्ट जो चिफ जसटिस जनाब इफतिकार महमद चौधरी रिंकल ऐं ब॒यनि बि॒न हिंदु नियाणियूनि जे जबरनि अग॒वा थिअण ऐं इन बैदि जोरि मूसलमानि ठाहण जो मामले लाई 26 जी तारिख पक कई आहे जद॒हि मूख्य नयाधिश इफतिकारि मूहमद चौधरी पिणि इन मामले जी सुनवाई कंदो। इहो ई सबब आहे तह हिंदु बिरादरिअ खे कहिं कदुरु उमेदि जा॒गयलि आहे तह हिन भेडे संदुनि सां नयाऊ मिलिंदो।
रिकलि जी काहाणी का हेकली काहाणी नाहे। थार परकारि में जिते खोड सिंधी दलित घणाईअ में रहिनि था उते दलितनि जे नयाणयूंनि जे अग॒वा करण जूं वार्दातयूं रोज पयूं थेनि। इहे मामला कद॒हि भी अखबारयूंन जूं सुरखयूं कोन बणयूं। पिछडीअ जे पंधरनि दि॒हनि में टे हिंदु नियाणयूं अग॒वा थियूं आहिनि। सभनि जी इहा ई कहाणी आहे जेका रिंकलि जी। पहिरोऊं अग॒वा थिअण, पोई धर्मु मठण ऐं बैदि में कोईटनि पारां इन दा॒ढाई खे आमली जामो पहिराअण। हिंदुनि जी तह को वाई बुधण वारो नाहे, कानुन जी तह गा॒ल्हि ई परे आहे खासि करे हेठई अदालतुनि जे नसबत। इन सभनि कहरनि जी पधराई पाकिस्तानि जे इंसानि हकनि जी तंजिम पिणि कई आहे। रिंकल मामले में संदुसि जेको बयानि जारि कयो सो इहो चयो वयो जेको रिंकल जा माईट तोडे सिंध जी हिंदु बरादरी चई रहई आहे तह रिंकल खे जोरि अग॒वा कयो वयो पोईं संदुसि धर्मु मठायो वयो आहे।
जेसिताईं गा॒ल्हि कजे मिडिया जी तह सिंध में सिंधी मिडीया में सवाई अवामी आवाज खे का भी सिंधी मिडीया इन मामले खे को भी कवरेज कोन दि॒ञो। पर इन जे बावजूद कहि हद ताईं पाकिस्तानि जी अंग्रेजी मिडया, परदे॒हि में बी बी सी, ऐं हिंदुस्तानि जी अंग्रेजी अखबारि मसलनि पाईरिअर, हिंदु, जी नयूज, आऊटलूक ऐं थोडनि हिंदी मीडीया मसलनि अमर-उजाला ऐं गुजराति में कच्छ मित्र सिंध में हिंदु संधीयूंनि सां थिदड दा॒डायूं खे कवरेज दि॒ञो।
पाकिस्तानि में जेतोणेक आम सिंधी मुसलमानि खोमोश रहयो पर के अख्बार नुवेसि तोडे कालम लिखिदड इन मामले खे जोर शोर सां हिमायति कई मसलनि असद चांडियो (रोजानो अवामी आवाज) अदी वेंगसि ( रोजानो इबारत) ऐं जरार पिरजादो (रोजानो काविश)। इन हिमथवारनि मां श्री असद चांडियो खेण लहणे। हून नह रुगो॒ सिंधी सिविल सोसाईटी खे ऐतजाज ताई हिमतायो पर रिंकल मसले जूं तमाम घणयूं हकिकतयूं पहिजे कालम जे जरिऐं आम सिंधीयूनि जे अग॒यां रखयूं। इहो ई नह पर बर्चडे पिर मिया मिठूं जे पिणसि जो सिंधी संत भगत कुंवर राम जे कतल में हथ जी गा॒ल्हि भी उन साईं ई रखि जहि सबब खेसि रोज धमकयूं पई मिलिंदयूं आहिनि। ऐतजाज महलि भी हूं पहिंजे ब॒नि नियाणियूं सुधो ऐतजाज कया।
पर जेसिताई गा॒ल्हि कजे ब॒यनि सिंधी सिंविल सोसाईटी जे अग॒वाणुनि जी तह संदुनि हर मूमकिनि कोशिश कई तह इन मसले खां परे रहजे। सिंध में औरतुनि जे हकनि जी लडाई हडिंदड अमर सिंधु खामोश रहि। जद॒हि ऐतजाजनि में शामिल भी थी तह रूगो॒ अठी ओरतुनि जे आसमि दि॒हिं उहो भी थोडी देर लाई ज॒णु हूंन इन ऐतजाजनि में शरिक थी हिंदु बिरादरीअ ते थोडो लाथो हूजे।
जां खा हिंदुस्तान जो विरांङो थियो आहे तां खां सिंध ऐं हिंद में रहिदड सिंधी साहित्य सां वासतो रखिदड लेखकनि दे॒ वठि जो रिसतो हमेशाहि रहयो ई आहे। कद॒हिं हिंद जा लेखक सिंध वया आहिनि तह कद॒हिं सिंध जा लेखक हिंद में ईंदा रहया आहिनि पर जेसिताईं गा॒ल्हि कजे सिंध में हिंदुनि ते जुलमनि जी तह कहि भी इन ते वातु मां हिकु अखरि कोन उकारियो सवाई पुने में रहिदड दादी ईंदरा पुनेवाला जे जहि इन मसले ते जाम लिखो आहे खासि शोसल मिडिया में मसलनि फेसबूक में। इहो ई नह हून इन सभनि लेखतनि जी भी तनकिद (निंदा) कई आहे जेके खामोश आहिन।
सिंध में हिंदु बिरादरी जेतोणेकि हमेशाहि भूठे जी पाकिस्तानि पिपल्स पार्टी खे वोट दि॒दा रहया आहिनि पर जेसिताईं गा॒ल्हि आहे सिंध में हंदु बरादरीअ जी तह पिपल्स पार्टी जा मेमबरि ई हिदुनि ते थिंदड जुलमनि में शरिक रहया आहिनि। सिंध में ब॒यूं पार्टियूं मसलनि अयाज लतिफ पलेजे जी अवामी तहरिख 8 मार्च औरतुनि जे आलमी दि॒हिं हिंदु नयाणयूंनि ते थिंदड जुलमनि जे विरोध में पुरे सिंध में भूख हडतालयूं कयूं ऐं ऐतिजाजी मुजाहेरा कया। जिए सिंध कोमि महाज 12 मार्च जो कराचीअ में जलुस कद॒हण ऐं सिंध हाई कोर्ट में हाजिर थिअण जो ऐलान कयो आहे। फेसबूज में सिंधी हिंदुनि थे थिंदड जूलमनि जी मजमत (निंदा) थिऐ पई। इन सेकूलर विचार रखिंदड मुसमानि कराची, हैदराबादि तोडे तोडे ब॒यनि शहरि में उन शहरनि जे प्रेस कलबनि जे अग॒यां ऐतिजाज कया। इहो ई नह साना (जेका अमेरिका में सिंधीयूंनि जी संसथा आहे) ऐं लंडनि जी वर्लड सिंधी कांग्रेस इन जी कडे लफजन में गिला कई आहे।
इन सभनि मां जेतोणिक वाईडो कंदड रुख रहयो आहे हिंदुस्तानि तोडे दूनिया भर जे सिंधी हिंदु बरादरीअ । नह हिंदुस्तानि में नह ई हितुस्तानि खां बा॒हरि कहि भी सिंधी संसथा इन बाबति को बयानु दि॒ञो। ऐडही गा॒ल्हि नाहे जे खेनि कजहि जाण नाहे इन मसले बाबति। हिदुस्तानि में कनि हिंदी तोडे अंग्रेजी मीडीया इन मसले खे कवरेज दि॒ञो आहे पर छा तह हिंदुतानि में सिंधीयूं जी कहि कदरु वेरुखि आहे सो इन मसले ते कहि भी धयानि दि॒अण जी जरुरत नह पई महसुस कई आहे। हे जुलमअ सिंध में 30-40 सालनि खां वधिक अर्से खां पया थिन पर नह जा॒ण छो असां जो जमिर कोन गा॒गिंदो आहे।
हिंदुस्तानि में के सिंधी सिंयासत में रहया आहिनि पर नह कांग्रेसि वारा जागा नह बिजेपी पारा। पर जद॒हि कशमिर में हिंदु पंडितनि ऐं पाकिस्तानि में सिखनि जी गा॒ल्हि ईंदी आहे तह हो इन ते जाम हाई घोडा कनि पर जद॒हि पहिजनि जी गा॒ल्हि अचे तह अगो॒ पोई माठि थी वञिन जिअं कजहि थियो ई कोन्हे। इहो ई नह जद॒हि घोधरा में रेल खे बा॒हि दि॒ञी वई तह कुबेर नगरि जी ऐम ऐल ऐ माया कोडनाणी उन हादसे जे दि॒हि तमाम औखनि समाल कया हवा मोदीअ खे गुजराति ऐसल्मबली में पर जेसिताईं सिंधूयूनि जी गा॒ल्हि ईंदी आहे तह माईअ मां हिक अकरि भी कोन उकिरिंदो आहे। सागि॒ माठ कुमार ऐलाणीअ जी भी आहे जेको उहल्हास नगर मां चूंडयलि आहे।
सिंध में हिदु बिरादरी तमाम दुखनि ऐं सुरनि में आहे खेनि मदद जी सख्त जरुरत आहे। सिंध में रहिदड सिंधीयूंनि लाई मसलो इहो भी आहे तह हो खूलि रित हिंदुतानि जे सिंधीयूंनि खां मदद गुरण जी आछ कोन था करे सघिनि छाकाणि तह जेकरि हो इऐं कंदा तह यकिनि हो हिदुस्तानि जा ऐजेंट करार दि॒ञा वेंदा। अजु॒ इहो तमाम जरुरि आहे तह असी हिदुस्तानि सरकारि ते असी जोर दि॒अऊं जिअं बचि रहयलि सिंधीयूंनि खे निकारो वञे ऐं हो सुख जी जिंदगी गुजारे सघिनि।
विछाडिअ में कजहि वेबसाईट जा द॒स था द॒सया वञिनि दिअ पढिंदडनि खे सिंध में हिदुनि ते थिदड जूलमनि जी जा॒ण पवे खासि करे हिदु नियाणयूं जे अग॒वा थिअण जे मामले नसबत
http://timesofindia.indiatimes.com/world/pakistan/Pakistan-Supreme-Court-directs-police-to-trace-three-Hindu-women/articleshow/12189273.cms
http://zeenews.india.com/news/south-asia/hindu-girl-forced-conversion-spark-protest-in-pak_761761.html
http://www.globalpost.com/dispatch/news/regions/asia-pacific/pakistan/120306/rinkle-kumari-missing-hindu-woman-ordered-appear
http://www.hindujagruti.org/news/13609.html
http://networkedblogs.com/uWlTg
http://www.bbc.co.uk/news/world-south-asia-17272943
Courtsey - Rakesh Lakhani from Gandhinagar.
1947 में विरहांङे बैदि जेके सिंधी अग॒वाणि गांधीजीअ साणु पहिरों भेडो ग॒द॒या तनि जो चवण हो तह गांधीजी जेको पहिरों बयानि दि॒ञो सो इहो ईहो ई हो – चोऊ हिंदु-सिंधूनि खे तह यकदमि सिंध वांदाईनि। छो गांधीजी इऐं चयो इन जो जवाबु अजु असां जे अग॒यां आहे। जेके लद॒या, लद॒पण जा दु॒ख सठा तनि नेठि सुख दिठा पर जिन सिंध माऊं साणु हिक सचे सिंधी हूअण जो फर्जु निभायो अजु॒ इंतहाई दु॒ख पया दि॒सिनि। लज॒-लिट, लूटमारि, अग॒वा, कतलि या जबरनि मूसलमानि बणाअण जा वाकया तह तह ज॒णु रोज॒ जूं गा॒ल्हियूं थी पयूं आहिनि। हिक वारदाति मां सिंध जी हिंदु बरादरि उभरे मस थी जे बी॒ वारदाति कहिं हिंदु बरादरीअ जो मूहूं कारो कयूं वेटि आहे।
पिछाडीअ जे 30-40 सालनि जे वारदातनि में वाईडो कंदड हिकजेडाईं पई दि॒सण में इंदी आहे सो उहा आहे तह घणाईअ में रहिदड सिंधी मूसलमानि जी जूलमनि में खामोशी। ऐडही गा॒ल्हि नाहे जे सिंध में किद॒हि भी ऐको रहयो किन हो पर जहि मजबूति सां सिंध में इन खे पेश करणो खपिंदो हो तनि में सिंधी कोम नाकाम रहयो। इहो ई सबब आहे मौको अचण थे सिंधी उहा हिकजेडहायप कोन दे॒खारे सघिंदा आहिनि जहि का वाका असीं हमेशाहि ई कंदा आया आहयूं।
हिकु लफजु जेको सिंधी हमेशाहि सिंधी पहिजे पाण में जाम इसतमाल पई कंदा आया आहिनि सो आहे हिंद- सिंध। हिंद सिंध जे जरिऐ असीं सिंधी सिंध में मुख्तलिफ कोमनि खे उन नजरिऐ सां दि॒सण गुरिंदा आहियो जहि नजरिऐं सां अमेरिका ऐं इंगलेंड में अंग्रेज पाण खे पेश कंदा अहियों। असीं सिंधीयूनि में इन सुत्र में गद॒जण जी चाहि का नईं नाहे। सिंधीं बो॒लीअ में झझे साहित्य मोजोद आहे जेको इन सोच खे हाथयूं पुखतो करे थो। अजु॒ भी हिंद तोडे सिंध में जा॒वलि नसल सिंध खे पाकिस्तानि खां कहि कद॒रि धारि करे दि॒सिंदी आहे।
पर वेझडाईअ जे किनि सालनि इन भाईचारे खे हिकु जबरदसत धक पई लगो आहे । जेतोणेकि सिंध में 1970 खां हिक ऐडही सिंयासी तंजिमि जो जोर रहयो आहे जहिजा उसूल कहि कदुरु सेकूलर हरया आहिनि। सिंधीं हिंदु बरादरी हमेशाहि ई भूट्टे पारां जोडायलि पाकिस्तानि पिपिल्स पार्टी जा हिमायति रहया आहिनि। जेसिताईं गा॒ल्हि आहे भूटनि जी तह नह जूलफिकार ऐं नह ई बेनाजीर सिंध जे हिंदु बरादरी साणु सुठा नाता हवा पर संदुनि बैद हालतुन ओडहयूं नाहिनि। पिछाडीअ जे किनि सालनि में हिंदुनि खे कहरि वधया आहिनि। बदकिसमतीअ सां इहो पिणि दि॒ठो वयो आहे तह सिंध में हिदुनि ते जबरनि धर्मु मठाअण, कतलनि ऐं कहि हद ताई लूटमार हिअर के धार्या नथा कनि पर पहिंजा कोठाईंदड सिंधी मुसलमानि ई कनि।
इहा गा॒ल्हि चक, शिकारपुर में जिते चारि हिंदुन जो भरी भाजार में कतलि कयो वयो ऐं पर ङफते सिंध जे घोटकी शहरि में पिणि दि॒ठो वयो तह इन जूलमनि में वदे॒ में वदो॒ हथ सिंध जे पिपिल पार्टी जो रहयो आहे। ऐंडही गा॒ल्हि नाहे तह इहे मसला उमालक थी उभिरा आहिनि पर जद॒हि तह बेनाजीर जे वखतनि ताई मसला ऐदा॒ वदा॒ किन थिया हवा पर हिअर सुंदुनि जे लादा॒णे बैद पी पी पी इहा पार्टी कोन रहि आहे जेका अगे॒ हई। इहा गा॒ल्हि चक में भी दि॒ठी वई तह जेतोणेकि हाणोके सदर असिफ अली जरदारि इन मसले ते नोटिस भी वरतो पर इन जे बावजूद कातिलनि खे हथ करण तह परे पर कातिलनि थे शाई दि॒दड पी पी पी जे अग॒णाणु जो भी वारु वंङो किन थियो आहे।
अञा शिकारपूर जे चक में वारदाति मां सिंध जी हिंदु बरादरी उभरि मस हूई जे बि॒ हिक वारदाति सिंधी जे हिंदु बिरादरी जे मथोऊं कहर खणी अई। सिंध जे मिरपूर माथिले जे लाल फकिर महर मार्केट वठि रहिंदर इन ऐलाके जे हिक स्कुल में नोकरि श्री नंदलाल जी सिंकलिंदी धीअ रेंलक कुमारीअ खे पिछाडीअ महिने जी 23 तारिख रात जो अग॒वा कयो वयो। अहवाल मोजिब 24 तारिख सुबूह जे साढे सते लगे खां अग॒वा कयलि नयाणी लाई ऐफ आई आर दर्ज कराई वई जेका चारि कलाकनि जे जफाकशीअ बैद नेठि दर्ज कई वई । इन वारदाति जे विरोध में सिंध जी कोमिप्रसत पार्टी जिऐं सिंध कोमि महाज पारा मिरपूर माथिले ऐं ब॒यनि ऐलाकनि में ऐतताईजाजि मजाहेरा कया वया । साणु सिंध में हिदु पंजायति जे मूखि केकराम ऐं साधूराम जे अग॒वाणीअ में ऐतजाज कया वया जहि सबब कलाकनि ताईं सिंध – पंजाब हाईवे बंद रहयो ऐं टिन दि॒हनि तांई सिंध जी हिंदु बरादरि संधई पहिंजा धंधा बंद रखा। इहो सबब हो जे अगा॒वा कयलि हिंदु नेंनगर खे नाठि कोर्ट में पेश कयो वयो।
इन वारदाति में सिंध मां पाकिस्तानि जी नेशनल ऐसेल्मबली मेंमबर मियां मिटूंअ जो नालो सामहूं आयलि आहे। मया मिठूं हिअर सिंधी मां पाकिस्तान पिपलस पार्टी जे टिकेट ते चूंडयलि नेशनत ऐसेलमबी जो नुमाईंदो आहे। हिक बि॒ गा॒ल्हि जहि साणु मिया मिठू गंढयलि आहे सो आहे सिंधीयूंनि जो गुरु भगत कुंवर राम। चयो वेदो आहे तह भगत कुंवर राम जो कतलि बर्चोढी जे पिरअ करायो हो जेको मिया मिठूअ जो पिऊ थिऐ।
चयो थो वञे तह रेंकलि कुमारीअ खे अग॒वा करण बौदि संदुसि जो जबरनि धर्म माठायो वयो ऐं मिया मिठूं जो पुठ नोवेद शाहि साणु जबरनि परणायो वयो ऐं संदुसि नालो फर्याल शाहि रखयो वयो। इन विच में अग॒वा थिअण जे बे॒ दि॒हिं मझंदि जो लग॒ भग॒ हिक वगे मिया मिठूंअ जे हिक पुट पारां रिंकल जे माईटन वटि फोन थो करे तह इहो चई तह जेकरि खेनि पहिजी नयाणीअ साणु मिलणो आहे तह बर्चोढी जे दर्गाहि में अचनि। बर्चोढी इहा जाई आहे जिते घणो तणो अण-मुसलमानि खे इसलाम कबूल करायो वेंदो आहे। सिंध में रहिदड कहि भी हिंदु खे बखूबी जा॒ण आहे ऐंडही जाई ते नेंगर केतरि आजादिअ सां पहिजी गा॒ल्हि रखी सघिंदि। इन गा॒ल्हियूंनि खे धयानि में रखिंदे रिंकल खें डि पि ओ जी आफिस में वठी अचण लाई चयो थो वञे जेके मियां इसलाम (मिया मिंठू को पुट) नकारे थो छदे॒। इन बैदि पक इन ते बिहे तह तह रींकल खे हिदुं पंचायति हालि में गद॒जाणि कबि पर जद॒हि रींकरल कुमारीअ जा माईट उते पूजिनि था तह खेनि इहो थो ब॒धायो वञे तह मिया इसलाम हिंदु पंचायति हालि में रींकल खे संदुनि माईटन सां गद॒जाणीअ लाई इंकारि करे छदो॒ आहे।
इन विच में 25 तारिख, छंछर दि॒हिं जिंऐ सिंध कोमि महाज जो चेअरमेन श्री रियाज चांडियो रिंकल सा मिलण डि ऐस पी जी आफिस में अचण लाई चयो थो वञे। जद॒हि हो पोलिस आफिसर जे कमरे में धाखिल थिऐ थो तह डी ऐस पी साहिब जी पहिजीं कुर्सीअ में मिया मिठूअ जो भाऊ मिया शमल अफिसर थी वेठो पई नजर थो अचे। हाणे सवालु इहो आहे तह जद॒हि अग॒वा कंदडनि खे ऐडहो मानु मिलिंदो तह छा हो धूड कानुन जी हो परवाहि कंदा। इहो ई नह पर इन डि ऐस पे जो चवण हो तह जेकरि अव्हां रिंकल साणु मिया शमल जी हाजुरि में नथा मिलण चाहियो तह पोई नोवेद शाहि ( मियां मिठूं जो पुट जहिं सा रिंकल खे जबरनि परणायो वयो) साणु गद॒ हूंदो इन वक्त मिलि था सघो।
हाणे सवालु कहिंजे भी जहनि में इदों तह जनि रिंकल खे अग॒वा कयो से रिंकल खे गा॒ल्हिअण जी पूरा आजादी दिं॒दा…..छा इहो मूमकिन आहे ।
खैर नेठि रिंकल कुमारीअ खे अदातलि में पेश कयो वयो। कोनुन मोजिबु धारा 164 जे तहति बायनु दे॒अण लाजमी आह, सो रिंकल को बयान वरतो वयो। बिहिनि धरनि जे वकिलनि जे मोजूदगीअ में रिकल बयानि दि॒नो तह हिन भजी॒ शादी करण नाहे चाहि पर खेसि अग॒वा कयो वयो आहे, कजहि माण्हूं घरनि जी छतनि खे इस्तमालि करे खेस जबरनि गि॒हले वया। हून इहो भी चयो तह हूअ नोविद शाहि (जहि सां खेसि जबरनि अग॒वा करे परणायो वयो) ऐं संदुनि हिमायति ऐं पिरनि वटि नह पर पहिजे माईटनि वटि मोठण थी चाहे। रिकल नह रूगो॒ इहो बयनि पहिजे माईटनि जे अग॒यो दि॒ञो पर माजिज जज जे अग॒या पिणि दि॒ञो। हाणे कोनून मोजिब तह इहो बयान रिकार्ड करणो खपिंदो हो इअं कोन कयो वयो।
कोर्ट में हालतुनि खे पहिजे उभतरि समझींदे मिया मिठू जा वकिलनि ऐं नोविद शाहि पाण हिकु तमाशो खणि कयो। हून (हठो कठो हूअण जे बावजूद) बेहोश थिअण जो वदो॒ समाशो कयो ऐं इन साजिश मोजिबु जज आदालति जी कार्वाही मुतलवी करे छदी। जेतोणिक रिकंल जा वकिल रडयूं कंदा रया पर जज इन साजिश जी पुरि हिमायति कंदे अदालति खे मुतलवी करे छदी। इहो ई न पर रिंकलि खे शखरि जे दारुसलमि में गि॒ञि वञण जे बजाई शकरि जे हिक जैफाणे जिल खाने में रखो वयो। इहो सब हिक निहायति सुचलि समझयलि साजिशनि में तहत कयो पयो जिअ तह उन पुलिस थाणें में रिंकलि खे यातनाउ दई जबरन मिया मिठू जे चाहि मोजिबु बयान दे॒वाऐ सघजिनि। सिंध में अवामी आवाज में कालमि लिखिंदड श्री असद चांडियो मेजिब जद॒हिं रिंकलि जद॒हि रिकल मायूस थी पहिजे किसमति खे पिटे वेठी तह उमालक हिकु पूलिस आफिसर रिंकल जे कैद खाने में गुरे थो हथ में हिक फोन झले ऐं मायूसि रिंकल कुमारी खे गा॒ल्हिअण लाई दे॒ थो। छाकाणि तह रिंकल गा॒ल्हिअण खां जवाब दे॒ थी तह इहो पूलिस जो ऐदेदारि फोन जो इस्पिकरि आन करे थो जहि में उन ऐलाईके जे कहि सघारे वदे॒रे जो पई धमकयूं पई दि॒ञयूं जेके कजहि हिंन रित आहे- तूं जेकद॒हिं माईंटनि दा॒हिं मोटी वञण जो बयानि नह मठ्यो तह नह रूगो॒ तूं नह बचिंदिअं पर तूंहिंजा सब घर जा भाति भी मारया वेंदा ऐं शहरि जे सब हिंदुनि जे घरनि खे बा॒हि द॒ई साडयो वेंदो।
जेके सिंध खां बा॒हारि जा॒वलि आहिनि ऐं जिन थे सिंध जी हालतुनि जी पूरि जा॒णि नाहे तनि लाई रूगो॒ इहे मिडई धमकयूं आहनि पर सिंध में रहिद़ड सिंधी जा॒णिनि था इन धमकयूं जो मतलब। 1947 खां अजु॒ ताई ऐडहा जाम भेडा दि॒ठो वयो आहे तह ऐडहयूं काहियूं थियूं आहिनि। मसलनि शखर जे भरसां पुञे आकिल में साग॒या मंजर दि॒सण में आया जद॒हि पूलिस जे कडे बंदोबस्त जे बावजूद अंधरुनि सिंध जे कबाईलि सरदारनि हथियारनि सां लैस थी हिंदुनि जे घरनि ऐं दुकानि ते काहिं आया।
बहरआल, सागी॒ रित जो जिअं ई ईहा खबरि फैली तह पाकिस्तानि सदर आसिफ असी जरदारि इन मसले जो सख्त नोटिस वरतो आहे उमालकि रिंकल कुमारीअ खे शखर जे इन जैफाणे कैदि खाने मां कदि॒ मिरपुर माथिले रवाञो थो कयो वञे उहो भी सागे॒ राति जे बि॒ वगे॒। हाणे सवालु इहो आहे तह जज फैसलो कयो हो तह रिंकल जनानि जेल में रहंदी तह पोई उमालकि खेसि छो मिरपुर माथिले मोकलो वयो। इन जो सबब अजु॒ भी गु॒झो ई रहयो आहे। शखर खां मिरपुर माथले जो सफरि मस जेडहो कलाक दे॒ड जो आहे पर इन जे वाबजूदि जेका अध रात जो कहिं 17 सालन जी नियाणीअ जे रात जे अढाई लगे॒ में हिक जिले खां उमालकि बे॒ जिले पुजा॒अण जी तकड उहा भी कोर्ट जो हिदायतुनि जे उभतरि इन शक खे यकिन में थो मटे तह इन मामले में पूलिस ऐं वदे॒रे मियां मिठू जी पुरि मिलि भगत हूई।
27 तारिख सुबूहूअ जो रिंकल कुमारीअ खे साडे अठे वगे॒ कोर्ट में पेश कयो वयो। सुबूह साणि ई मिरपुर माथिले जे अदालति जे नजारा फिरयलि हवा। लाजमी आहे मिया मिठी ऐं संदुनि हिमायतुनि इन जी पुरि तयारि कई वई जहि जो पुरो साथु दि॒ञो मिरपुर माथइले जे प्रसासनि। आदालति दा॒हि इंदड सभ वाटयूं ते सख्त पहरा हवा। अदासति दा॒हि इंदड वेंदड सभ वाटयूं टेंकर जे जरिऐ बंद कयूं वयूं जिअ हिंदु बरादरी जा घटि में घटि माण्हूं कोर्ट पुजी॒ सघनि। ऐडही पाबंधी जेतोणेकि मिया मिठूअ ऐं संदुसि बिरादरीअ लाई कोन हूई। खेनि कोर्ट जे बा॒हरि तोडे अंदर दा॒ढाई करण जी पुरी मोकल हूई ऐं संदुनि भी इन जो पूरु फाईदो वर्तो। गा॒ढीयूं जे मथोऊ लाईडिस्पिकर लगा॒ऐं जोशिलूं इस्लामी तकरिरयूं पई पयूं वयूं ऐं हथयारबंध हवा में फाईरिग पई कयूं।
कोर्ट जे अंदरि भी नजारो को घठि वाईडो कंदड कोन हो। रिंकल कुमारीअ खां हिक पासे जद॒हि तह खेसि माईटनि खां धार रखयो वयो पर ऐंडही का पाबंधी मिया मिठूं ऐं संदुसि पंज पुठनि ते कोन हूई। रिंकल जे वकिलनि जो चवण हो तह उन दि॒हिं भी रिंकल पहिजे माईटनि दा॒हिं मोटी वञण जो बयान पई दे॒अण चाहियो जेको हूंन पछाडीअ जे पेशीअ में दि॒ञो हो पर द॒फतरि तोर इहो मूमकिन कोन थी सघो छाकाणि तह कोर्ट में मोजिद सरदार रिंकल कुमारीअ खे हिक चमाट ताई हईं ऐं रिंकल खे दब पटिंदो चयो तह – हिअर तूं मूसलमानि आहें, मुसलमानि साणु पर्णयलि आहे ऐं सोहिंदो घरि साहूरनि में आहे ऐं तूं पहिजे माईटनि जे घरि मोटी मञण जो गाल्गि यकदमि नह कज। सोचण लाईक तह इहा गा॒ल्हि आहे तह इहो सभ थियो कोर्ट जे कार्वाहि महलि जज जी मोजूदगीअ में। इन बैदि रिंकलि कुमारीअ खां जबरनि बयानु लिखायो वयो कोर्ट महिजी काईवाही पुरि कंदे रिकंल खे नावेदि शाहि खे सोपयो पयो। वरि बे॒ पासे रिंकल जा माईटअ जिनि खे कोर्ट जे बा॒हरि ई जबरनि रोको वयो से उछांगियूं दिं॒दे रोईंदा रहया जद॒हि तह मियां मिठू जा हिमायति हवा में फाईरिग पई कयूं ऐं बैड बाजा पई वजया। कुल मिलाऐं ऐडहो हिकु माहोल पैदा कयो वयो जिऐं इऐ लगे तह हिंदु छोकरि पहिंजो मर्जीअ सां इसलाम कबूल कयो आहे। इहो चूंडयलि मिडीया जे अग॒यां भी सजी॒ दुनिया खे दे॒खारण लाई छोकरि खां बयानु दि॒वायो वयो। इहो चिटि रित साफु आहे तह मिडिया जे अग॒या ऐं जेको माहोल पई पैदा कयो पयो का भी 17 सालनि जी छोकरीअ खां उमेदि नथी करे सघजे तह हूई मिडिया जे अग॒यां भी पहिजें दिल जा गा॒ल्हि करे सघिंदी।
रिंकल कुमारीअ जे घर वारनि लाई हे दि॒हिं इंतहाई खोफ वारा आहिनि। जद॒हि खां घोटकी तोडे मिरपुर साथिले जे कोर्टअ फोसलो थियो आहे ऐं सिंध जी हिंदु बरादरी ऐतजातनि में आहे, रिकल कुमारीअ जे आकहिं खे धमकयूं पई मिलनि। हे धमकयूं ऐतरुं तह सख्त आहिन जे खेनि लाहोर में हिक गुरुदुवारे में पनाहि वठणि पई आहे। इन विच में रिंकल कुमारीअ जे वकिलनि सिंध हाई कोर्ट कराचीअ में घोटकीअ जे इन कोर्ट जे खिलाफ अर्जी दाखिल कई जहिंजी सुनवाई 12 मार्च में थिअणी आहे। बे॒ पासे अग॒वा कंदड पारां भी हिक अर्जी दाखिल कई वई तह रिंकल कुमारी ऐं नोवेद शाहि खे रिंकल जे माईटनि जे पारां धमपयूं पयूं दि॒नियूं वञनि सो खेनि तहफूज द॒ञो वञे। इन अर्जी में इहो भी जा॒णायो वयो आहे तह हिंदु बरादरि पहिंजे नाणे जो जोर ते रिंकल ऐं नावेद साहि खे नुकसानि था पुजाऐ सघनि। बहरआल कोर्ट इन अर्जी ते का भी बहसि कोन कई वई छाकाणि तह कोर्ट जो मञण हो तह छाकाणि तह सिंध हाई कोर्ट इन मामले में अगे॒ ई फोसलो कयो आहे 12 मार्च इन ते सुनवाई कंदो। कोर्ट खां बा॒हरि निकरिंदे ऐं खानकि टी वी चेनेलि में फोन जरिऐ गा॒ल्हईंदे रिंकल जेतोणोकि चयो तह हूअ पहिंजी मर्जीअ सां मुसलमानि थी आहे पर इहो सभको थो समझे तह रिकलि खे ऐडहा बयान अग॒वाकंदड जे जबरदस्त दबाऊ सबब ई दे॒अणो थो पवे।
इन विच में तमाम ऐलाजनि ऐं रिंकल जे मामे जे अर्जी दे॒अण सबब पाकिस्तानि सुपरिम कोर्ट जो चिफ जसटिस जनाब इफतिकार महमद चौधरी रिंकल ऐं ब॒यनि बि॒न हिंदु नियाणियूनि जे जबरनि अग॒वा थिअण ऐं इन बैदि जोरि मूसलमानि ठाहण जो मामले लाई 26 जी तारिख पक कई आहे जद॒हि मूख्य नयाधिश इफतिकारि मूहमद चौधरी पिणि इन मामले जी सुनवाई कंदो। इहो ई सबब आहे तह हिंदु बिरादरिअ खे कहिं कदुरु उमेदि जा॒गयलि आहे तह हिन भेडे संदुनि सां नयाऊ मिलिंदो।
रिकलि जी काहाणी का हेकली काहाणी नाहे। थार परकारि में जिते खोड सिंधी दलित घणाईअ में रहिनि था उते दलितनि जे नयाणयूंनि जे अग॒वा करण जूं वार्दातयूं रोज पयूं थेनि। इहे मामला कद॒हि भी अखबारयूंन जूं सुरखयूं कोन बणयूं। पिछडीअ जे पंधरनि दि॒हनि में टे हिंदु नियाणयूं अग॒वा थियूं आहिनि। सभनि जी इहा ई कहाणी आहे जेका रिंकलि जी। पहिरोऊं अग॒वा थिअण, पोई धर्मु मठण ऐं बैदि में कोईटनि पारां इन दा॒ढाई खे आमली जामो पहिराअण। हिंदुनि जी तह को वाई बुधण वारो नाहे, कानुन जी तह गा॒ल्हि ई परे आहे खासि करे हेठई अदालतुनि जे नसबत। इन सभनि कहरनि जी पधराई पाकिस्तानि जे इंसानि हकनि जी तंजिम पिणि कई आहे। रिंकल मामले में संदुसि जेको बयानि जारि कयो सो इहो चयो वयो जेको रिंकल जा माईट तोडे सिंध जी हिंदु बरादरी चई रहई आहे तह रिंकल खे जोरि अग॒वा कयो वयो पोईं संदुसि धर्मु मठायो वयो आहे।
जेसिताईं गा॒ल्हि कजे मिडिया जी तह सिंध में सिंधी मिडीया में सवाई अवामी आवाज खे का भी सिंधी मिडीया इन मामले खे को भी कवरेज कोन दि॒ञो। पर इन जे बावजूद कहि हद ताईं पाकिस्तानि जी अंग्रेजी मिडया, परदे॒हि में बी बी सी, ऐं हिंदुस्तानि जी अंग्रेजी अखबारि मसलनि पाईरिअर, हिंदु, जी नयूज, आऊटलूक ऐं थोडनि हिंदी मीडीया मसलनि अमर-उजाला ऐं गुजराति में कच्छ मित्र सिंध में हिंदु संधीयूंनि सां थिदड दा॒डायूं खे कवरेज दि॒ञो।
पाकिस्तानि में जेतोणेक आम सिंधी मुसलमानि खोमोश रहयो पर के अख्बार नुवेसि तोडे कालम लिखिदड इन मामले खे जोर शोर सां हिमायति कई मसलनि असद चांडियो (रोजानो अवामी आवाज) अदी वेंगसि ( रोजानो इबारत) ऐं जरार पिरजादो (रोजानो काविश)। इन हिमथवारनि मां श्री असद चांडियो खेण लहणे। हून नह रुगो॒ सिंधी सिविल सोसाईटी खे ऐतजाज ताई हिमतायो पर रिंकल मसले जूं तमाम घणयूं हकिकतयूं पहिजे कालम जे जरिऐं आम सिंधीयूनि जे अग॒यां रखयूं। इहो ई नह पर बर्चडे पिर मिया मिठूं जे पिणसि जो सिंधी संत भगत कुंवर राम जे कतल में हथ जी गा॒ल्हि भी उन साईं ई रखि जहि सबब खेसि रोज धमकयूं पई मिलिंदयूं आहिनि। ऐतजाज महलि भी हूं पहिंजे ब॒नि नियाणियूं सुधो ऐतजाज कया।
पर जेसिताई गा॒ल्हि कजे ब॒यनि सिंधी सिंविल सोसाईटी जे अग॒वाणुनि जी तह संदुनि हर मूमकिनि कोशिश कई तह इन मसले खां परे रहजे। सिंध में औरतुनि जे हकनि जी लडाई हडिंदड अमर सिंधु खामोश रहि। जद॒हि ऐतजाजनि में शामिल भी थी तह रूगो॒ अठी ओरतुनि जे आसमि दि॒हिं उहो भी थोडी देर लाई ज॒णु हूंन इन ऐतजाजनि में शरिक थी हिंदु बिरादरीअ ते थोडो लाथो हूजे।
जां खा हिंदुस्तान जो विरांङो थियो आहे तां खां सिंध ऐं हिंद में रहिदड सिंधी साहित्य सां वासतो रखिदड लेखकनि दे॒ वठि जो रिसतो हमेशाहि रहयो ई आहे। कद॒हिं हिंद जा लेखक सिंध वया आहिनि तह कद॒हिं सिंध जा लेखक हिंद में ईंदा रहया आहिनि पर जेसिताईं गा॒ल्हि कजे सिंध में हिंदुनि ते जुलमनि जी तह कहि भी इन ते वातु मां हिकु अखरि कोन उकारियो सवाई पुने में रहिदड दादी ईंदरा पुनेवाला जे जहि इन मसले ते जाम लिखो आहे खासि शोसल मिडिया में मसलनि फेसबूक में। इहो ई नह हून इन सभनि लेखतनि जी भी तनकिद (निंदा) कई आहे जेके खामोश आहिन।
सिंध में हिंदु बिरादरी जेतोणेकि हमेशाहि भूठे जी पाकिस्तानि पिपल्स पार्टी खे वोट दि॒दा रहया आहिनि पर जेसिताईं गा॒ल्हि आहे सिंध में हंदु बरादरीअ जी तह पिपल्स पार्टी जा मेमबरि ई हिदुनि ते थिंदड जुलमनि में शरिक रहया आहिनि। सिंध में ब॒यूं पार्टियूं मसलनि अयाज लतिफ पलेजे जी अवामी तहरिख 8 मार्च औरतुनि जे आलमी दि॒हिं हिंदु नयाणयूंनि ते थिंदड जुलमनि जे विरोध में पुरे सिंध में भूख हडतालयूं कयूं ऐं ऐतिजाजी मुजाहेरा कया। जिए सिंध कोमि महाज 12 मार्च जो कराचीअ में जलुस कद॒हण ऐं सिंध हाई कोर्ट में हाजिर थिअण जो ऐलान कयो आहे। फेसबूज में सिंधी हिंदुनि थे थिंदड जूलमनि जी मजमत (निंदा) थिऐ पई। इन सेकूलर विचार रखिंदड मुसमानि कराची, हैदराबादि तोडे तोडे ब॒यनि शहरि में उन शहरनि जे प्रेस कलबनि जे अग॒यां ऐतिजाज कया। इहो ई नह साना (जेका अमेरिका में सिंधीयूंनि जी संसथा आहे) ऐं लंडनि जी वर्लड सिंधी कांग्रेस इन जी कडे लफजन में गिला कई आहे।
इन सभनि मां जेतोणिक वाईडो कंदड रुख रहयो आहे हिंदुस्तानि तोडे दूनिया भर जे सिंधी हिंदु बरादरीअ । नह हिंदुस्तानि में नह ई हितुस्तानि खां बा॒हरि कहि भी सिंधी संसथा इन बाबति को बयानु दि॒ञो। ऐडही गा॒ल्हि नाहे जे खेनि कजहि जाण नाहे इन मसले बाबति। हिदुस्तानि में कनि हिंदी तोडे अंग्रेजी मीडीया इन मसले खे कवरेज दि॒ञो आहे पर छा तह हिंदुतानि में सिंधीयूं जी कहि कदरु वेरुखि आहे सो इन मसले ते कहि भी धयानि दि॒अण जी जरुरत नह पई महसुस कई आहे। हे जुलमअ सिंध में 30-40 सालनि खां वधिक अर्से खां पया थिन पर नह जा॒ण छो असां जो जमिर कोन गा॒गिंदो आहे।
हिंदुस्तानि में के सिंधी सिंयासत में रहया आहिनि पर नह कांग्रेसि वारा जागा नह बिजेपी पारा। पर जद॒हि कशमिर में हिंदु पंडितनि ऐं पाकिस्तानि में सिखनि जी गा॒ल्हि ईंदी आहे तह हो इन ते जाम हाई घोडा कनि पर जद॒हि पहिजनि जी गा॒ल्हि अचे तह अगो॒ पोई माठि थी वञिन जिअं कजहि थियो ई कोन्हे। इहो ई नह जद॒हि घोधरा में रेल खे बा॒हि दि॒ञी वई तह कुबेर नगरि जी ऐम ऐल ऐ माया कोडनाणी उन हादसे जे दि॒हि तमाम औखनि समाल कया हवा मोदीअ खे गुजराति ऐसल्मबली में पर जेसिताईं सिंधूयूनि जी गा॒ल्हि ईंदी आहे तह माईअ मां हिक अकरि भी कोन उकिरिंदो आहे। सागि॒ माठ कुमार ऐलाणीअ जी भी आहे जेको उहल्हास नगर मां चूंडयलि आहे।
सिंध में हिदु बिरादरी तमाम दुखनि ऐं सुरनि में आहे खेनि मदद जी सख्त जरुरत आहे। सिंध में रहिदड सिंधीयूंनि लाई मसलो इहो भी आहे तह हो खूलि रित हिंदुतानि जे सिंधीयूंनि खां मदद गुरण जी आछ कोन था करे सघिनि छाकाणि तह जेकरि हो इऐं कंदा तह यकिनि हो हिदुस्तानि जा ऐजेंट करार दि॒ञा वेंदा। अजु॒ इहो तमाम जरुरि आहे तह असी हिदुस्तानि सरकारि ते असी जोर दि॒अऊं जिअं बचि रहयलि सिंधीयूंनि खे निकारो वञे ऐं हो सुख जी जिंदगी गुजारे सघिनि।
विछाडिअ में कजहि वेबसाईट जा द॒स था द॒सया वञिनि दिअ पढिंदडनि खे सिंध में हिदुनि ते थिदड जूलमनि जी जा॒ण पवे खासि करे हिदु नियाणयूं जे अग॒वा थिअण जे मामले नसबत
http://timesofindia.indiatimes.com/world/pakistan/Pakistan-Supreme-Court-directs-police-to-trace-three-Hindu-women/articleshow/12189273.cms
http://zeenews.india.com/news/south-asia/hindu-girl-forced-conversion-spark-protest-in-pak_761761.html
http://www.globalpost.com/dispatch/news/regions/asia-pacific/pakistan/120306/rinkle-kumari-missing-hindu-woman-ordered-appear
http://www.hindujagruti.org/news/13609.html
http://networkedblogs.com/uWlTg
http://www.bbc.co.uk/news/world-south-asia-17272943
Courtsey - Rakesh Lakhani from Gandhinagar.
Friday, 9 March 2012
मसखरे जो दिल सिंधी नाटक
सिंधी नाटक मसखरे जो दिल में प्रकट हुइ मानवीय संवेदनाँए
बीकानेर 5 मार्च 2012 नवयुवक कला मण्डल बीकानेर एवं राजस्थान सिंधी एकेडमी जयपुर के संयुक्त तत्वाधान में 5 मार्च 2012 को टाउन हाल में सिंधी नाटक मसखरे जो दिल का प्रभावी मचंन वरिष्ठ रंग निर्देशक सुरेश हिन्दुस्तानी के निर्देशन में किया गया। नाटक में आधुनिक होते सिंधी समाज में अपनी भाषा तथा संस्Ñति से विमुख होने के खतरों तथा मनुष्य के प्रÑति परिवेश तथा अपनी परम्पराओं से कटने की पीड़ा को मसखरे के माध्यम से प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया। संवेदनशील अभिनय प्रभावी सवांद अदायगी तथा कुशल निर्देशन ने दर्शकों तक नाटक के कथ्य को संप्रेषित करने में सफलता प्राप्त की।
नाटक में मसखरे की केन्द्रीय भूमिका युवा अभिनेता जयकिशन केशवानी ने प्रभावी तरीके से निभाइ वहीं सहयोगी भूमिकाओं में गजेन्द्र भाटी मोहित मूलचंदानी तथा जय खत्री ने भी पात्रानूसार अभिनय किया। संगीत प्रभाव फणीश्वर खत्री तथा मंच प्रबंध करण रामनानी का था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महादेव बालाणी थे। इस अवसर पर सिंधी सेन्ट्रल पंचायत के उपाध्यक्ष लालचंद तुलसयानी हासानन्द मंगवानी वयोवृद्ध सामाजिक कार्यकर्ता लोकुमल ग्वालानी मानसिंह मामनानी वरिष्ठ रंगकर्मी नानक हिन्दुस्तानी सहित बड़ी संख्या में हिन्दी सिंधी रंगमंच के दर्शक उपसिथत थे।
सुरेश हिन्दुस्तानी
Wednesday, 7 March 2012
plz sign this petiton by Asian Human Rights Commission in Rinkal Case, which will be sent to President,Prime Minister,Ministry of Human Rights ,
Registrar-Supreme Court of Pakistan,Minister for Interior ,Governor of Sindh province ,Chief Minister-Sindh Province,The Chief Justice of Sindh High Court ,Minister for Human Rights
Government of Sindh
http://www.humanrights.asia/news/urgent-appeals/AHRC-UAC-042-2012
PAKISTAN: The failure of the judicial system -- another Hindu girl was forcibly converted to Islam a
www.humanrights.asia
The Asian Human Rights Commission (AHRC) has received information that a judicial officer and a member of the National Assembly from the ruling party have forced a 17-year- old Hindu girl to convert to Islam after her abduction by notorious gangsters. After her forced marriage her whereabouts are un...
Registrar-Supreme Court of Pakistan,Minister for Interior ,Governor of Sindh province ,Chief Minister-Sindh Province,The Chief Justice of Sindh High Court ,Minister for Human Rights
Government of Sindh
http://www.humanrights.asia/news/urgent-appeals/AHRC-UAC-042-2012
PAKISTAN: The failure of the judicial system -- another Hindu girl was forcibly converted to Islam a
www.humanrights.asia
The Asian Human Rights Commission (AHRC) has received information that a judicial officer and a member of the National Assembly from the ruling party have forced a 17-year- old Hindu girl to convert to Islam after her abduction by notorious gangsters. After her forced marriage her whereabouts are un...
Tuesday, 6 March 2012
Monday, 5 March 2012
हमारी पहचान - सनातन धर्म
हमारी पहचान - सनातन धर्म
चार मानस पुत्रों (हंसअवतार)- सनक, सनंदन, सनातन, संत कुमार द्वारा सृष्टि के नियम पूर्वक संचालन हेतु व्यवस्था कायम की- ’’सनातन धर्म’’। जिस प्रकार हर कार्य के संचालन हेतु नियम है, ठीक उसी प्रकार सृष्टि उत्पत्ति, संसार का सनातन धर्म में नियम समाहित है।
’’सनातन धर्म’’ का अर्थ है- आन्तरिक अथवा गहन सत्य। यह जीवन के आध्यात्मिक तत्व की वास्तविक व्याख्या है। यह केवल एक शब्द नहीं है, यह एक विचारधारा है, नियमावली है, एक परम तत्व है। इसमें जीवन को सही अर्थों में जीने और उसे सफल बनाने का मूल मंत्र समाहित है।
जीवन का अहम मूल्य सत्य है और सत्यता का पालन करना सनातन धर्म है। प्रश्न यह है कि सत्य क्या है, मनुष्य जन्म लेता है, पालन पोषण होता है। जीवन की ऊँचाईयों को प्राप्त करता हुआ अंत में विलीन हो जाता है। सत्य है, जो कुछ भी मनुष्य देखता है, तारे, सूर्य, चन्द्रमा जो कुछ भी हमें दिखता है, वह सत्य है तो फिर हम जिस सत्य की खोज में लगे हुये है, वो सत्य जिसमें परमात्मा दिखाई दे या वो सत्य जिसमें हमें अपने किये गये कर्म दिखाई देते है। मन की यह उलझन है जो गहन एवं शाश्वत सत्य है।
सनातन किसी व्यक्ति विशेष का विषय नहीं है। यह तो समग्र है, हर एक के लिये और एक सबके लिये, जिसकी पालना नियमपूर्वक निष्ठापूर्वक श्रद्धापूर्वक की जावे, वही सच्चा सनातन है। सनातन सुख है, जो आत्मा में समाया हुआ है, आत्मा का सुख परमात्मा का हार है। जो सच्चे मायने मंे सनातन अनुयायियों को ही प्राप्त होता है, जो दुर्लभ है किन्तु असंभव नहीं है।
सनातन की प्राप्ति द्वेष, ईष्र्या, छल, कपट और माया से मोहित व्यक्तियों से दूर है। केवल ईश्वरगामी सत्यनिष्ठा के प्रति समर्पित व्यक्ति ही इसे जान और पहचान सकता है।
सनातन धर्म को हिंदु धर्म का पर्यायवाची मानना पूर्णतया गलत है, क्योंकि हिन्दुत्व शब्द में जो संकीर्णता का आभास है, वह सनातन धर्म में नहीं है। हिन्दु शब्द की उत्पत्ति तो ’’सिन्धु’’ से हुई है, जिसका अर्थ है- सिन्धु नदी के किनारे बसी हुई सभ्यता। परन्तु वास्तव में देखा जाए तो सनातन धर्म एक विशाल वट वृक्ष की भांति है और हिंदु, जैन, बौद्ध, मुस्लिम व सिक्ख आदि सम्प्रदाय है। अर्थात् यह अनेक सम्प्रदायों का मूल तत्व है। ये सभी सनातन धर्म से ही सिंचित, पोषित व पल्लवित हुए है।
सनातन धर्म की परम्पराऐं व विश्वास इतने विस्तृत एवं शाश्वत है कि इन्हें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आसानी से देखा, समझा एवं अपनाया जा सकता है। योग, वेद-वेदान्त, उपनिषद, द्वैत-अद्वैत, धर्म, कर्म, पूजा, उपासना, श्रद्धा एवं विश्वास, सेवा, परोपकार आदि सनातन परम्परा के मूलभूत व अभिन्न भाग है।
केवल सनातन धर्म की ईश्वर तक पहुंचने का एक मार्ग है, जो जीते जी भगवान के दर्शन की बात करता है।
समय-समय पर इन तथ्यों को अनेक धर्माचार्य, राजनैतिक वर्ग से जुड़े बुद्धिजीवी एवं अन्य वर्ग स्वीकार एवं व्यक्त कर चुका है।
इसी सनातन परम्परा की सेवा में निरन्तर लीन है- हरीशेवा धाम भीलवाड़ा के कर्मयोगी, स्वनामधन्य, परमपूज्य स्वामी हंसराम जी उदासीन, जिन्होंने अपने जीवन को सनातन धर्म रूपी यज्ञ में पूर्ण मनोयोग से समर्पित किया है। जहाँ का मूल मंत्र है- ’’सुख चाहो तो सेवा करो, सुख चाहो तो सिमरन करो।’’
आपकी सनातन धर्म के प्रचार-प्रसारार्थ अखिल भारतीय सिन्धी साधु समाज के तत्वाधान में श्रीमद् भागवत महापुराण का सिन्धी देवनागिरी लिपि में अनुवाद करवाने में तत्पश्चात् इस ग्रन्थ के ’’भागवत महापुराण रथ यात्रा’’ के माध्यम से भारत भ्रमण का कार्यक्रम में महत्वूपर्ण भूमिका रही। इस रथ यात्रा के दौरान श्रीमद् भागवत महापुराण ग्रन्थ (सिन्धी देवनागिरी) का राजस्थान, म0प्र0, छत्तीसगढ़, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराचंल के विभिन्न कस्बों एवं शहरों में धर्मस्थलों पर बिराजित किये गये तथा श्रद्धालुओं द्वारा भी ग्रन्थ को अपनाया गया। इसके अतिरिक्त अनेक सिन्धी शासकों के जीवन चरित्र से संबंधित पुस्तकों का प्रकाशन करवाया है। वैदिक व संस्कृत शिक्षा के प्रसार हेतु आवश्यक गतिविधियां एवं कार्य संचालित किये गये। पवित्र कर्मस्थली हरीशेवा धाम से अनेक छात्रों को प्रतिवर्ष वेदाध्ययन हेतु विभिन्न स्थानों पर भेजा जाता रहा है। हरि शेवा धाम प्रागंण में हरि सिद्धेश्वर मंदिर तथा बूढ़ा पुष्कर में हरिशेवा घाट, हरिहृदय घाट का निर्माण संपादित कराया। गुरूओं की समाधियों, आसन साहब, धूणा साहब, दरबार साहिब, मंदिर में नितनेम होकर समय-समय पर हवन यज्ञ, पूजा पाठ, सेवा-स्मरण कर गुरूओं के पर्व, विशेष जयन्तियां व सनातन धर्म के पर्व, उत्सव, त्यौहार मनाये जाते है।
सनातन परम्परा में जीव मात्र पर दया और उनके सरंक्षण का आग्रह किया गया है। इसी का पालन करते हुए आपके द्वारा गौसेवा एवं संरक्षण हेतु गौशालाओं का संचालन किया जाता है तथा गर्मी व प्यास से व्याकुल पक्षियों हेतु परिण्डे बंधवाये जाते है। ऐसे महायोगी व सनातन परम्परा के सरंक्षक इस धरा पर अवतरित होते रहेंगें, एवं यह परम्परा अन्नतकाल तक अक्ष्क्षुण रहेगी।
Forced Conversions of Hindu Girls in Pakistan
Forced Conversions of Hindu Girls in Pakistan: Pakistan Govt playing blind Dhritarashtra and Pak Media posing Duryodhana
Source: News Bharati Date: 3/5/2012 12:01:49 PM
Karachi, March 5: There is no protector for the Religious rights of Hindus in Pakistan in the cases of ‘Forced Conversions’ of Hindu Girls in Pakistan. Hindus in Pakistan have demanded immediate action against forced conversions of Hindu girls in Pakistan. The leaders of the Pakistan Hindu Council appealed to the Pakistan government at a press conference on Thursday, to take action against forced conversions of Hindu girls to Islam in rural Sindh.
The council’s women wing president, Mangla Sharma, spoke on the alleged abduction of Rinkle Kumari, a 17-year-old Hindu from Mirpur Mathelo, who converted to Islam and got married to a Muslim boy, Naveed Shah, on February 24. Sharma claimed that the girl was forced to convert. “We want the government to hand the girl over to her parents as per her request.” Sharma said that the community has not objected to other cases of marriages between Hindu girls and Muslim boys as they were free-will unions. She alleged that during the judicial hearing, Rinkle was forced to change her statement.
On Sunday, prominent members of Hindu community in Kareach, took out a rally and staged demonstration outside the press club in Pannu Aqil on Sunday against the alleged kidnapping and forceful conversion of Rinkle Kumari who was named Faryal.
It is unfortunate that the Pakistan Government is playing blind on these issues but more surprisingly media in Pakistan is publishing biased and one-sided news on the issue of forced conversion. The immature and regressive media of Pakistan is publishing the news saying that the rally of Hindu community was attended by only a ‘Dozen’ Hindus and that the Hindu girl is not ‘kidnapped’ but ‘eloped’ with the Muslim boy.
It is interesting to see how the Pakistan Media has showcased a ‘fundamentalist’ and ‘anti-human rights’ mindset about the issues related to the Minorities in Pakistan.
In any democratic country the Media plays a vital role in creating, molding and reflecting public opinion. Over the years the Media has acquired the status of "Fourth Estate" as it was aptly described by the British politician Edmund Burke. Its seems that the Pakistan Media has not yet became matured to play ‘its’ role of ‘social engineer’ and is reflecting the views of its majority populace which follows Islam and fundamentalism.
Pakistan’s ‘leading’ Newspaper ‘The Express Tribune’ has reported the news in a totally biased manner. Its use of words expresses all. In its news story published on 4 March, the The Express Tribune’ reports that, ‘Faryal and Naveed Ahmed Shah fell in love, eloped and went to Daharki to Mian Mohammad Aslam of Bharchoondi Sharif. However, nineteen-year-old Faryal’s father, Nand Lal, had told the Mirpur Mathelo police that she was kidnapped by Shah, who lived in Sufi Mohallah.
Mian Mohammad Aslam, the son of Pakistan People’s Party MNA Mian Abdul Haq had said that the couple had visited him on Friday and the girl had expressed her desire to convert to Islam and marry Shah. Aslam informed the girl’s father and asked him to meet his daughter to confirm her wishes.
The couple was taken to the Dargah Aalia Qadria Bharchoondi Sharif where she had embraced Islam. Pir Mian Abdul Hayee alias Mian Shaman had solemnised the nikkah. Mirpur Mathelo DSP Syed Abbas Shah was informed about the marriage.”
'The Express Tribune’ has not once used the Faryal’s real hindu name which is ‘Rinkle Kumari’.
The Media is trying to hide the fact that there were scores of Hindus who came together at the Karachi Press Club to protest against the kidnapping and forced conversion of Faryal. The family accused that Aslam had backed the forceful conversion of Rinkle Kumari to Islam and marriage to Shah, a supporter of the MNA. Wearing black armbands, the protestors – members of Hindu, Christian and Sikh communities – chanted slogans against the trend of forceful conversion of young girls.
Daya Ram, Kumari’s relative, said, “We want the girl to be produced in the court again. Earlier when the court took decision in her case, they did not allow her parents to be present there.” He added, “The girl said that she wanted to go with her parents, but the court did not decide in her favour.” The enraged community said that they won’t stop protesting till she is handed back to her parents.
They appealed the Supreme Court of Pakistan to take suo moto notice of this incident and demanded for a fair trial.
Meanwhile, the Hindu community rally was led by writers SG Bhagia and Raj Kumar Lakhwani. The protestors were demonstrating on the streets from Bhelar Road and shouting slogans against the government gathered outside the press club.
Talking to the journalists, the leaders strongly condemned what they declared an act of kidnapping and forceful conversion of Kumari, daughter of Nand Lal.
They said, “We are a peaceful community and do not have a tribal backing, therefore we are are considered to be soft targets.”
The protestors blamed that the Pirs of Bharchoondi Sharif pressurised the girl to convert to Islam and marry Shah. They said that even when she was produced in the court for recording her statement, dozens of armed men from Bharchoondi Sharif had gathered outside the courtroom, which according to them, was a pressure building tactic.
Hindu leaders told reporters that hundreds of Hindu families have migrated to India, because of the crimes against them. They demanded of the government to provide protection to the Hindu community to dispel the sense of deprivation and insecurity prevailing in the community.
The rising cases of forceful conversions of Hindu girls to Islam are clearly indicative of serious violation of Human Rights of the minorities in Pakistan. If the Pakistan Human Rights Commission, Pakistan Government and Pakistan Media are failing to perform their duties, it is the time that, the International community and Human Rights organizations should initiate their actions for the amnesty of Hindu community of Pakistan.
Saturday, 3 March 2012
Friday, 2 March 2012
शोक सन्देश
अत्यन्त दुख के साथ सूचित करना पड रहा है कि भारतीय सिन्धु सभा जोधपुर नगर की युवा ईकाई के उत्साही, समाज सेवा के लिये सदैव तत्पर, नम्र एवं मृदुभाषी एवं सभी के प्रिय भाई श्री हरीशकुमार चन्दीरामानी पुत्र स्व श्री थावरदास जी का आकस्मिक निधन दिनांक 01 मार्च 2012 को हो गया है ।
भाई हरीश जी भारतीय सिन्धु सभा जोधपुर की युवा ईकाई के सक्रिय उपाध्यक्ष थे । सभा के समस्त कार्यक्रमों में अग्रणी भूमिका के साथ कार्य करने की उनकी पहल सभी को प्रेरित करती थी ।
ऐसे युवा समाज सेवी का निधन हम सभी के लिये निश्चय ही व्यक्तिगत क्षति है । हम परम पिता परमेशवर से स्वर्गीय आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान की प्रार्थना करते है । स्व्0 भाई हरीश जी के परिवारजनो को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करते है ।
हरी ओम ।
स्व0 हरीशजी के परिवारजनों का सम्पर्क सूत्र
श्री भोजू भाई चन्दीरामानी
17 ई 669 दुर्गा पार्क के पास चोपासनी हाउसिंग बोर्ड
जोधपुर
मोबाईल 9828278853 9414700576
अत्यन्त दुख के साथ सूचित करना पड रहा है कि भारतीय सिन्धु सभा जोधपुर नगर की युवा ईकाई के उत्साही, समाज सेवा के लिये सदैव तत्पर, नम्र एवं मृदुभाषी एवं सभी के प्रिय भाई श्री हरीशकुमार चन्दीरामानी पुत्र स्व श्री थावरदास जी का आकस्मिक निधन दिनांक 01 मार्च 2012 को हो गया है ।
भाई हरीश जी भारतीय सिन्धु सभा जोधपुर की युवा ईकाई के सक्रिय उपाध्यक्ष थे । सभा के समस्त कार्यक्रमों में अग्रणी भूमिका के साथ कार्य करने की उनकी पहल सभी को प्रेरित करती थी ।
ऐसे युवा समाज सेवी का निधन हम सभी के लिये निश्चय ही व्यक्तिगत क्षति है । हम परम पिता परमेशवर से स्वर्गीय आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान की प्रार्थना करते है । स्व्0 भाई हरीश जी के परिवारजनो को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करते है ।
हरी ओम ।
स्व0 हरीशजी के परिवारजनों का सम्पर्क सूत्र
श्री भोजू भाई चन्दीरामानी
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