Friday, 9 March 2012

मसखरे जो दिल सिंधी नाटक








सिंधी नाटक मसखरे जो दिल में प्रकट हुइ मानवीय संवेदनाँए

बीकानेर 5 मार्च 2012 नवयुवक कला मण्डल बीकानेर एवं राजस्थान सिंधी एकेडमी जयपुर के संयुक्त तत्वाधान में 5 मार्च 2012 को टाउन हाल में सिंधी नाटक मसखरे जो दिल का प्रभावी मचंन वरिष्ठ रंग निर्देशक सुरेश हिन्दुस्तानी के निर्देशन में किया गया। नाटक में आधुनिक होते सिंधी समाज में अपनी भाषा तथा संस्Ñति से विमुख होने के खतरों तथा मनुष्य के प्रÑति परिवेश तथा अपनी परम्पराओं से कटने की पीड़ा को मसखरे के माध्यम से प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया। संवेदनशील अभिनय प्रभावी सवांद अदायगी तथा कुशल निर्देशन ने दर्शकों तक नाटक के कथ्य को संप्रेषित करने में सफलता प्राप्त की।
नाटक में मसखरे की केन्द्रीय भूमिका युवा अभिनेता जयकिशन केशवानी ने प्रभावी तरीके से निभाइ वहीं सहयोगी भूमिकाओं में गजेन्द्र भाटी मोहित मूलचंदानी तथा जय खत्री ने भी पात्रानूसार अभिनय किया। संगीत प्रभाव फणीश्वर खत्री तथा मंच प्रबंध करण रामनानी का था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महादेव बालाणी थे। इस अवसर पर सिंधी सेन्ट्रल पंचायत के उपाध्यक्ष लालचंद तुलसयानी हासानन्द मंगवानी वयोवृद्ध सामाजिक कार्यकर्ता लोकुमल ग्वालानी मानसिंह मामनानी वरिष्ठ रंगकर्मी नानक हिन्दुस्तानी सहित बड़ी संख्या में हिन्दी सिंधी रंगमंच के दर्शक उपसिथत थे।


सुरेश हिन्दुस्तानी

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