कलाकारों ने दी रंगारंग प्रस्तुति
Source: Bhaskar Network | Last Updated 04:39(17/06/11)
अजमेर. सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के 1300 वें बलिदान दिवस पर गुरुवार शाम को दाहरसेन स्मारक पर रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलाकारों ने देशभक्ति गीतों पर आधारित अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
समारोह की शुरुआत हिंगलाज माता के पूजन और महाराजा दाहरसेन की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर की गई। समारोह की शुरुआत में राज्यसभा के पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत ने महाराजा दाहरसेन के जीवन पर प्रकाश डाला। समारोह में सांस्कृतिक संस्था सप्तक के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संस्था के मुकेश परिहार ने देशभक्ति गीत ‘है अमिट सामथ्र्य मुझमें’ पेश किया। इसके बाद अकॉर्डियन प्लेयर बीएन माथुर ने ‘आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं’ और मुकेश गोहरानी ने सेक्सोफोन पर ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ पेश किया।
इससे पहले गीतांजलि शर्मा ने ‘जय रघुनंदन जय सियाराम भजन’ प्रस्तुत कर भक्ति रस की सरिता बहाई। सुचंद्रा विश्वास व वृंदा करवा ने स्वागतम शुभ स्वागतम गीत पर और पारुल वर्मा ने वंदे मातरम पर नृत्य की प्रस्तुति दी। स्काउट छात्राओं ने ‘म्हारो हेलो सुनो जी रामापीर’ पर समूह नृत्य, कुमारी अंशिता शर्मा ने ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गीत की प्रस्तुति दी। कुमारी ज्योति ने राजस्थानी नृत्य, तृप्ति बुंदेल द्वारा ‘कारी-कारी अंधयारी रात’ कुमारी निमिशा त्यागी द्वारा ‘साधना-अराधना रह गई मेरी अधूरी’, मास्टर कमल द्वारा ‘अलबेला साजन आयो रे’ नृत्य, और अरविंद त्यागी एंड ग्रुप द्वारा ‘मेरे देश की धरती सोना उगले-उगले हीरा मोती’ गीत की प्रस्तुति दी गई।
लाखनसिंह के निर्देशन में ‘उत्तराधिकार’ नाटक का मंचन किया गया। इस दौरान राजस्थान सिंधी अकादमी की ओर से प्रकाशित पोस्टर का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में राज्यसभा के पूर्व सांसद ओंकारसिंह लखावत, शहर भाजपा अध्यक्ष रासासिंह रावत, विधायक अनिता भदेल, वासुदेव देवनानी, राजस्थान सिंधी अकादमी के सचिव दीपचंद तनवानी सहित कई लोग मौजूद थे।
विजेताओं को किया पुरस्कृत: कार्यक्रम के दौरान नृत्य व गायन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। 14 वर्ष से अधिक आयुवर्ग में कमल ने प्रथम, तृप्ति बुंदेल द्वितीय और निमिषा त्यागी तृतीय स्थान प्राप्त किया। 14 वर्ष से कम आयुवर्ग में ज्योति जोशी ने पहला व नेहा वर्मा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। नृत्य प्रतियोगिता में पीयूष वाधवानी, संजय दादवानी, लक्ष्य मिश्रा और अमिषा बुंदेल को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। गायन प्रतियोगिता में अंशिता शर्मा प्रथम, पारूल वर्मा द्वितीय और गीतांजलि तृतीय स्थान पर रहीं। संचालन रमेश सोनी ने किया। कंवल प्रकाश किशनानी ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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